अब सरकारी अस्पताल बनेंगे ब्रेन डेड मरीजों के अंग निकालने के केंद्र

अब सरकारी अस्पताल बनेंगे ब्रेन डेड मरीजों के अंग निकालने के केंद्र
  • अंगदान को बढ़ावा देने की राज्य सरकार की कवायद
  • 23 मेडिकल कॉलेज में होगी सुविधा

डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य में अंगदान को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। इसी के तहत जिला स्तर पर अंगदान और प्रत्यारोपण के लिए सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है। राज्य सरकार अपने सभी 23 मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों को ट्रांसप्लांट के लिए ऑर्गन रिट्रीवल केंद्र के रूप में तैयार करने जा रही है।

केंद्र सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव की तर्ज पर इस साल को अंगदान महोत्सव के रूप में मनाने का निर्देश दिया था। राज्य के चिकित्सकीय शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि राज्य में अंगदान के मामले काफी कम हैं। इसकी वजह उन्होंने अंगदान की सुविधा का अभाव बताया है। इसी कमी को दूर करने की दिशा में राज्य सरकार ने कदम बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि अब प्रत्येक जिले में अंगदान और ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

इस तरह अस्पताल करेंगे काम

राज्य सरकार द्वारा संचालित 23 मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में से महज तीन से चार अस्पतालों को ट्रांसप्लांट की मंजूरी मिली है, जबकि शेष अस्पतालों में यह सुविधा नहीं है।अब सभी कॉलेज ऑर्गन रिट्रीवल केंद्र के रूप में काम करेंगे। इन सरकारी अस्पतालों में ब्रेन डेड मरीजों के शवों को सुरक्षित रखने के साथ ही मरीज को ब्रेन डेड घोषित करने के लिए की जानेवाले जांच, अंगदान के लिए मरीजों के परिजनों को प्रोत्साहित करने के साथ ही अंग निकालने की सुविधा होगी।

सरकारी अस्पतालों में अधिक आते हैं हादसे के मामले

स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सड़क हादसा हो या अन्य कोई दुर्घटना, सभी मामले सरकारी अस्पतालों में आते हैं। इसलिए प्रदेश की सरकार अंगदान को बढ़ावा देने के लिए इन अस्पतालों में अंगदान से संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जोर दे रही है।



Created On :   12 July 2023 8:31 PM IST

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