Mumbai News: दो मंत्रियों में टकराव के बाद अब राज्य मंत्रियों को मिलेगा अधिकार

दो मंत्रियों में टकराव के बाद अब राज्य मंत्रियों को मिलेगा अधिकार
  • मंत्री बावनकुले बोले- बहुत ज्यादा विवाद नहीं है, पर अब बांट दिए जाएंगे अधिकार
  • मंत्री शिरसाट ने कहा - राज्य मंत्रियों को सीमित होते हैं अधिकार

Mumbai News प्रदेश के सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट और प्रदेश की समाजिक न्याय राज्य मंत्री माधुरी मिसाल के बीच बैठक आयोजित करने को लेकर टकराव के बाद अब राज्य मंत्रियों के अधिकारों का बंटवारा होगा। शनिवार को प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने यह जानकारी दी। नागपुर में बावनकुले ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों के बीच अधिकारों को लेकर बहुत ज्यादा विवाद नहीं है। राज्य मंत्रियों को कौन-कौन से अधिकार देने हैं। इसको लेकर चर्चा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी सभी कैबिनेट मंत्रियों को राज्य मंत्रियों को अधिकार सौंपने संबंधी सूची भेजने को कहा है। इसलिए सभी छह राज्य मंत्रियों को अधिकार मिल जाएंगे।

बावनकुले ने कहा कि मैंने प्रदेश के राजस्व राज्य मंत्री योगेश कदम को 3 हजार से अधिक राजस्व सुनवाई का अधिकार प्रदान कर दिया है। इसके अलावा और भी अधिकार दिए जाएंगे। दूसरी तरफ मुंबई में प्रदेश के सामाजिक न्याय संजय शिरसाट ने बीते दिनों पुणे में समाजिक न्याय राज्य मंत्री माधुरी को लिखे गए पत्र को लेकर स्पष्टीकरण दिया है। शिरसाट ने कहा कि प्रदेश में कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्रियों के अधिकार अलग-अलग होते हैं। कुछ विषयों पर राज्य मंत्रियों को फैसला लेने का अधिकार नहीं होता है। इसलिए मैंने माधुरी को पत्र लिखकर कहा था कि यदि उन्हें बैठक आयोजित करना है तो मुझे बताइए। इससे बैठक में ही तत्काल फैसले लिए जा सकते हैं।

शिरसाट ने कहा कि इस मामले को लेकर मेरे और माधुरी के बीच कोई विवाद नहीं है। इससे पहले शुक्रवार को माधुरी ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने 150 दिनों की कार्य योजना के तहत सभी विभागों को समीक्षा बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए थे। इसलिए मैंने बैठक आयोजित की थी। मैंने शिरसाट के अधिकार क्षेत्र में कोई हस्तक्षेप नहीं लिया है। क्योंकि मैंने बैठक में समाजिक न्याय विभाग के अफसरों को कोई निर्देश नहीं दिए थे। इस बारे में मैंने शिरसाट को पत्र लिखकर सूचित कर दिया है। साथ ही मैंने मुख्यमंत्री सचिवालय को भी पत्र लिखकर समीक्षा बैठक आयोजित करने के अधिकार को लेकर जानकारी मांगी है।

शिरसाट का मिसाल को पत्र : मुझे आवंटित विषयों के बारे में बैठक आयोजित करके आप (माधुरी) अफसरों को निर्देश दे रही हैं। यह बैठक आयोजित करने से पहले मेरी पूर्व सहमति लेनी चाहिए थी। मेरे अधीन विषयों पर बैठक मेरी अध्यक्षता में आयोजित करना उचित होता था।

मिसाल का शिरसाट को जवाबी चिट्ठी : मुझे बतौर राज्य मंत्री बैठक लेने का अधिकार है। मैंने बैठक में कोई फैसला अथवा निर्देश नहीं दिया है। मेरी धारणा है कि संज्ञान में आए मामलों पर सुझाव अथवा निर्देश देना गलत नहीं है। समाजिक न्याय विभाग में कामकाज को लेकर अधिकारों का बंटवारा करते समय आपने मुख्यमंत्री की सहमति नहीं ली है। मैंने मुख्यमंत्री सचिवालय को पत्र लिखकर समीक्षा बैठक के आयोजित कर सकने के बारे में अभिप्राय मांगा है।

मैं कैबिनेट मंत्री शिरसाट के पत्र के बारे में जानकारी हासिल करके उचित कार्यवाही करूंगा। मुख्यमंत्री के नेतृत्व राज्य मंत्रिमंडल के सभी सदस्य एक टीम के रूप में काम करते हैं। एकनाथ शिंदे- उपमुख्यमंत्री, राज्य

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश के बिना माधुरी इस तरह की बैठक आयोजित नहीं कर सकती हैं। इसका मतलब है कि कैबिनेट मंत्री शिरसाट की राज्य मंत्रिमंडल की छुट्टी तय है। संजय राऊत- सांसद शिवसेना (उद्धव)

कुर्सी डगमगाने के बाद शनि देव की शरण में कृषि मंत्री कोकाटे : मानसून सत्र के दौरान विधान परिषद के सदन में मोबाइल पर रमी गेम (ताश के पत्ते) खेलने के आरोपों में घिरे प्रदेश के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे शनिवार को भगवान शनि देव के शरण में पहुंचे। कोकाटे ने नंदूरबार के शनिमंडल गांव में स्थित शनि मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना की। कोकाटे ने कहा कि मैंने अपने जीवन में आए संकट को दूर करने के लिए शनि देव की पूजा की है। बीते दिन पुणे में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा था कि कोकाटे को लेकर आगामी मंगलवार को उचित फैसला लिया जाएगा। इससे पहले राकांपा (शरद) के विधायक रोहित पवार ने कोकाटे का सोशल मीडिया मंच एक्स पर वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें वह मोबाइल पर रमी गेम खेलते नजर आ रहे थे। इसके बाद कोकाटे ने दावा करते हुए कहा था कि मैं रमी गेम नहीं खेल रहा था। मेरे मोबाइल पर रमी गेम का विज्ञापन आया था। जिसको मैं स्कीप कर रहा था।

Created On :   26 July 2025 7:45 PM IST

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