जिप में शिक्षकों के 817 पद रिक्त शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार पर सवाल

जिप में शिक्षकों के 817 पद रिक्त शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार पर सवाल
  • जिला परिषद स्कूलों का डिजिटाइजेशन
  • शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने की दावे
  • जिप में शिक्षकों के 817 पद रिक्त शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार पर सवाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिला परिषद स्कूलों का डिजिटाइजेशन कर शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने की दावे किए जा रहे हैं। शैक्षणिक सामग्री खरीदी पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षकों के रिक्त पद भरने की पहल नहीं हो रही है। जिला परिषद में शिक्षकों के 817 पद रिक्त हैं। जितने शिक्षक कार्यरत हैं, उन्हीं के भरोसे शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार लाने की जिप शिक्षा विभाग के सामने बड़ी चुनौती है।

शिक्षकों के मंजूर पद 4500 : जिला परिषद के 1515 स्कूल हैं। 73 हजार से अधिक विद्यार्थी संख्या है। शिक्षकों के 4500 पद मंजूर हैं। 817 पद रिक्त पड़े हैं, जिसमें सहायक शिक्षक, स्नातक शिक्षक तथा मुख्याध्यापकों के पदों का समावेश है।

तेजी से घट रहे विद्यार्थी : शिक्षकों की कमी का असर विद्यार्थी संख्या पर हो रहा है। जिप स्कूलों में विद्यार्थी संख्या तेजी से कम हो रही है। विद्यार्थियों के लिए विभिन्न योजना चलाकर सरकारी स्कूलों का अस्तित्व बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। शालेय गणवेश योजना, मध्याह्न भोजन, नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक, विविध प्रकार की छात्रवृत्ति तथा वित्तीय सहायता दी जाती है। शैक्षणिक गुणवत्ता में पिछड़ जाने से पालकों का रुझान निजी स्कूलों की ओर बढ़ रहा है। उसे रोकने के लिए जिला परिषद के शिक्षा विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

रिक्त पदों का वर्गीकरण

सहायक शिक्षक 566

स्नातक भाषा शिक्षक 134

स्नातक विज्ञान शिक्षक 61


स्नातक सामाजिक शास्त्र

शिक्षक 24

मुख्याध्यापक 32


कुल रिक्त पद 817

Created On :   4 Jun 2023 5:07 PM IST

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