- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- शिक्षणाधिकारी को स्कूल में प्रवेश...
रोड़ा: शिक्षणाधिकारी को स्कूल में प्रवेश करने से रोका
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उमरेड तहसील के बेला स्थित एक निजी स्कूल में माध्यमिक विभाग शिक्षणाधिकारी को स्कूल में प्रवेश करने से रोके जाने का मामला सामने आया है। स्कूल प्रबंधन की ओर से यू-डायस तथा सरल पोर्टल पर जानकारी नहींभरने पर शिक्षणाधिकारी रवींद्र काटोलकर जांच के लिए पहुंचे। उन्हें देख स्कूल प्रबंधन ने मुख्य प्रवेश द्वार को ताला जड़ दिया। स्कूल प्रबंधन की इस हरकत को शिक्षणाधिकारी ने गंभीरता से लिया है। स्कूल की मान्यता रद्द करने का विभाग को प्रस्ताव भेजने की उन्होंने जानकारी दी।
शिक्षा विभाग को जांच का अधिकार
जिले के सभी माध्यमों के स्कूलों पर नियंत्रण का शिक्षा विभाग को अधिकार है। सरकार के उपक्रम व सूचनाओं पर अमल हो रहा है या नहीं, इस बात की पड़ताल शिक्षा विभाग करता है। उमरेड तहसील के बेला स्थित गुरुकृपा कान्वेंट में शिक्षणाधिकारी अपनी टीम के साथ पहुंचे। स्कूल प्रबंधन ने मुख्य द्वार बंद कर प्रवेश करने से रोक दिया। स्कूल प्रबंधन ने यू-डायस तथा सरल पोर्टल पर जानकारी नहीं भरी। गट शिक्षणाधिकारी कार्यालय से बार-बार पत्र भेजकर सूचना दी गई। उसे प्रतिसाद नहीं मिलने पर गटशिक्षणाधिकारी कार्यालय की टीम स्कूल जाने पर उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। शिक्षणाधिकारी को इसकी सूचना मिली। शिक्षणाधिकारी स्वयं जांच के लिए टीम के साथ पहुंचने पर वही हरकत दोहराई गई।
आदेश दरकिनार
गुरुकृपा कान्वेंट में पहली से सातवीं कक्षा है। इंग्लिश मीडियम के इस स्कूल को स्वयं अर्थसहायित तत्व पर सरकारी मान्यता है। शिक्षा विभाग का कहना है कि विभाग के किसी भी आदेश का स्कूल में पालन नहीं किया जा रहा है। यू-डायस प्लस, सरल पोर्टल, विद्यार्थी आधार लिंक करने में लापरवाही बरती गई है। विद्यार्थियों को किसी भी स्पर्धा परीक्षा के बारे में जानकारी नहीं दी जाती। शिक्षा विभाग की टीम जांच के लिए जाने पर स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाता। शिक्षणाधिकारी के नेतृत्व में पहुंची जांच टीम में उपशिक्षणाधिकारी सुशील बनसोड़े, शिक्षण विस्तार अधिकारी मनोज पाटील, केंद्र प्रमुख मधुकर पजई का समावेश रहा।
अंदर से ताला लगा दिया
गुरुकृपा कान्वेंट ने यू-डायस व सरल पोर्टल पर जानकारी नहीं भरी। गटशिक्षणाधिकारी स्तर पर लगातार पत्राचार करने पर भी प्रतिसाद नहीं मिला। जांच के लिए स्कूल में जाने पर प्रवेश नहीं। मैं स्वयं अपनी टीम के साथ स्कूल पहुंचा। प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया और अंदर से ताला लगा दिया। स्कूल प्रबंधन की इस हरकत पर कठोर कदम उठाते हुए मान्यता रद्द करने का प्रस्ताव विभाग काे भेजा जाएगा। - रवींद्र काटोलकर, शिक्षणाधिकारी (माध्यमिक), जिला परिषद
Created On :   28 Dec 2023 11:42 AM IST