आरोप: ओबीसी बैठक में विपक्ष के नेताओं को किया गया नजरअंदाज

ओबीसी बैठक में विपक्ष के नेताओं को किया गया नजरअंदाज
आरक्षण की सीमा बढ़ाकर दी जानी चाहिए : देशमुख

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ओबीसी समाज की मांगों को लेकर मुंबई में होने वाली बैठक में विपक्ष के नेताओं को नजरअंदाज करने के आरोप पूर्व मंत्री अनिल देशमुख ने लगाए हैं। 29 सितंबर को बैठक होगी। देशमुख ने कहा है कि ओबीसी आंदोलन में सक्रिय सहभागी रहे कांग्रेस, राकांपा व शिवसेना के नेताओं को बैठक में शामिल नहीं किया जा रहा है। मराठा समाज को आरक्षण देने के संदर्भ में राज्य सरकार प्रयास कर रही है। मराठा समाज को कुनबी समाज का प्रमाणपत्र देकर ओबीसी में आरक्षण देने का विचार किया जा रहा है। सरकार के इस प्रयास का विरोध कुनबी सहित ओबीसी समाज कर रहा है।

विरोध नहीं है

देशमुख ने कहा कि मराठा समाज को आरक्षण का विरोध नहीं है। आरक्षण की सीमा बढ़ाकर मराठा का आरक्षण दिया जाना चाहिए। मुंबई में होने वाली बैठक के लिए ओबीसी समाज की कृति समिति सहित सर्व शाखीय कुनबी, आेबीसी आंदोलन समिति सदस्यों को बुलाया गया है, लेकिन विपक्ष के उन नेताओं को नहीं बुलाया गया है, जो आंदोलन में सक्रिय रहे हैं। भाजपा के 6-7 पूर्व विधायकों को बैठक के लिए बुलाया गया है।

Created On :   23 Sept 2023 3:40 PM IST

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