जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आराेप देश का अपमान

जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आराेप देश का अपमान
  • चुनाव में समय और पैसा बचेगा
  • वन नेशन, वन इलेक्शन की आवश्यकता है

डिजिटल डेस्क, नागपुर. केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों को वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने देश का अपमान कहा है। मुनगंटीवार के अनुसार पहले भी जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की। गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर रहते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीबीआई ने पूछताछ के लिए 9 घंटे बैठाया था। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जेल में रहे हैं। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार कहते रहे हैं कि हम भ्रष्टाचारी हैं, तो हमारी जांच कराई जाए। दूसरी ओर शिकायत व जांच को लेकर जांच एजेंसियों पर दुरुपयोग के आराेप भी लगाए जा रहे हैं। शुक्रवार को मुनगंटीवार ने पत्रकारों से चर्चा की। मुनगंटीवार ने कहा कि सबसे अधिक चर्चा ईडी अर्थात प्रवर्तन निदेशालय को लेकर है। 2005 में ईडी का जन्म हुआ। वर्ष 2014 तक ईडी के माध्यम से 2200 से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। मायावती, सुरेश कलमाडी, अखिलेश यादव की जांच केंद्रीय एजेंसियों ने की, लेकिन पहले इन एजेंसियों पर दुरुपयोग के आरोप नहीं लगे।

चुनाव में समय और पैसा बचेगा

मुनगंटीवार ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन की आवश्यकता है। यह पुराना विषय है। 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तब इस विषय की चर्चा आरंभ हुई। प्रत्येक राज्य के मत मंगवाए गए। मुनगंटीवार के अनुसार महाराष्ट्र की समिति में वे सदस्य थे। तब राज्य से रिपोर्ट भेजी गई थी। प्रत्येक राज्य ने अपने मत भेजे थे। देश में वर्ष भर चुनाव होते रहते हैं। वन नेशन, वन इलेक्क्शन व्यवस्था रहने से चुनाव में समय व पैसा बचेगा। रिपोर्ट तैयार करते समय पाया गया है कि चुनाव अाचार संहिता लागू रहने के कारण वर्ष में कई दिनों तक विकास कार्य नहीं हो पाते हैं। विधान परिषद, ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पंचायत, महानगरपालिका के चुनाव के अलावा उपचुनावों के कारण आचार संहित लगने से विकास कार्य लंबे समय तक लंबित रह जाते हैं।



Created On :   2 Sept 2023 10:56 AM IST

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