भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब
देवेन्द्र फडणवीस ने कहा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने जोर देकर कहा कि सभी नई अवधारणाओं का पेटेंट कराया जाना चाहिए और फिर उसका व्यावसायीकरण और कार्यान्वयन किया जाना चाहिए। उन्होंने पेटेंट फेस्ट के सफल आयोजन के बाद अगले संस्करण के रूप में 'नागपुर शार्क टैंक' रखने का 'विचार' करने आयोजकों को कहा। वें सुरेश भट्ट सभागृह में आयोजित पेटेंट एवं आइडिया फेस्ट के पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, विधायक कृष्णा खोपडे, विजन नेक्स्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष पूर्व महापौर संदीप जोशी, विभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी, जिलाधिकारी विपिन इटनकर, विजन नेक्स्ट फाउंडेशन के सचिव मनोज चव्हाण और कोषाध्यक्ष डॉ. योगिता कस्तुरे उपस्थित रहीं।

सूचना की दुनिया में क्रांति : उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि भारत को दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप हब के रूप में देखा जाता है। अमेरिका के साथ हल्दी घाटी की लड़ाई और हल्दी पेटेंट की लड़ाई दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। जब हमने वह लड़ाई जीत ली, तो हमें पेटेंट के महत्व का एहसास हुआ। 16000 स्टार्टअप अकेले भारत से हैं। समय बचाना बहुत जरूरी है। यात्रा का समय और सूचना की गति बहुत महत्वपूर्ण है। इससेDeputy Chief Minister Devendra Fadnavis said that all new concepts should be patented and commercialized and implemented. पैसे की बचत होती है। आज हमारे प्रधानमंत्री विचार के पंखों वाले युवाओं के बल पर सबसे पहले भारत में 6जी लाने पर जोर देते हैं। चैट-जीपीटी जैसे एआई प्लेटफॉर्म ने सूचना की दुनिया में क्रांति ला दी है। यह दुनिया की सारी खुफिया जानकारी लेता है और आपकी वांछित जानकारी तुरंत उपलब्ध कराता है। हम लोगों के जीवन में जीने की सहजता लाना चाहते हैं और हम इन नई अवधारणाओं और पेटेंट आदि को सशक्त बनाने की पहल करेंगे।

लाभ दुनिया तक पहुंच रहा : विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार के कारण नई अवधारणाओं का लाभ दुनिया तक पहुंच रहा है। नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए पेटेंट आवश्यक हैं। हमें नए उद्यमियों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी प्रोत्साहित करने के लिए यह नया प्रयास करना चाहिए। इन मामले में भी कानून बनना चाहिए।

पूरी पहल की समीक्षा : इससे पहले विजन नेक्स्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं पूर्व महापौर संदीप जोशी ने कार्यक्रम का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि सोचा नहीं था कि पेटेंट फेस्टिवल का दायरा इतना बड़ा होगा। 1200 से अधिक पेटेंट प्राप्त हुए। जब मैं उन लोगों की तलाश में गया जिनके नाम पर 10 प्लस पेटेंट हैं, तो मैंने देखा कि नागपुर शहर में एक व्यक्ति है जिसके नाम पर 52 पेटेंट हैं, नीचे 35 हैं। उन्होंने पेटेंट फेस्ट की पूरी पहल की समीक्षा की।

नवाचार, अनुसंधान के लिए सम्मान : मुख्य कार्यक्रम के आरंभ में 'पेटेंट फेस्ट' पहल का समर्थन करने वाले सभी सहभागियों का उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के हाथों सम्मान किया गया। विशेष पुरस्कार डाॅ. नितिन लाभसेतवार (वरिष्ठ वैज्ञानिक, नीरी, नागपुर), ज्ञानेश्वर कांबले (आईपीआर सलाहकार, टीसीएस) को सम्मानित किया गया। इसके बाद विशिष्ट अतिथियों द्वारा विज़न नेक्स्ट के 'पेटेंट फेस्ट' पर एक सचित्र रिपोर्ट जारी की गई। सबसे पहले 5 शैक्षणिक संस्थानों को सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवीन अवधारणाओं और अनुसंधान के लिए सम्मानित किया गया। इनमें दत्ता मेघे कॉलेज, यशवंतराव चव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नागपुर, वीएसपीएम डेंटल कॉलेज, राजीव गांधी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, प्रियदर्शनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग शामिल हैं। नागपुर शहर के 10 से अधिक पेटेंट धारकों को भी यहां सम्मानित किया गया। इसमें डाॅ. अजय गड़ीचा, डाॅ. पद्मनाभ गाडगे, नीलेश आवटे, अजिंक्य कोटावर, संजय ढोबले, विजय उपाध्याय, डाॅ. जी. के. अवारी, डॉ. एस. के. तेलंग, डॉ. एस. डी. ठाकरे, संदीप खेडकर, डाॅ. राहुल पेठे, डॉ. भालचंद्र हरदास, डाॅ. संदीप जोशी, डाॅ. लोकेश हेड़ा का सम्मान किया गया।

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Created On :   16 Aug 2023 12:11 PM IST

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