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ओबीसी के लिए मैंने छोड़ दी शिवसेना - भुजबल
- आरक्षण के लिए सही नीयत के साथ निर्णय लेने की आवश्यकता है
- राजनीति नहीं कर सकते
डिजिटल डेस्क, नागपुर. ओबीसी आरक्षण के लिए सही नीयत के साथ निर्णय लेने का आह्वान करते हुए राकांपा नेता व पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने कहा है कि विविध प्रयासों के बाद भी निर्णय नहीं हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। ओबीसी आरक्षण के लिए राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पहले से ही प्रयास करते रहे हैं। एक समय था जब मैं शिवसेना में था। उस समय शिवसेना में भीतर जाने का रास्ता था, लेकिन बाहर जाने का नहीं। उस स्थिति में भी ओबीसी के लिए मैंने शिवसेना छोड़ी। पवार के ओबीसी प्रेम को देखते हुए राकांपा में शामिल हुआ। महात्मा फुले सभागृह रेशमबाग चौक परिसर में आयोजित राकांपा के ओबीसी सम्मेलन का समापन रविवार को हुआ। इसी कार्यक्रम में भुजबल बोल रहे थे।
कानून प्रभावी नहीं रहा
भुजबल ने बताया कि ओबीसी के अध्ययन के लिए सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता में समिति गठित की गई। समिति ने डेटा तैयार करने को कहा, लेकिन डेटा तैयार नहीं हो पाया। दूसरी समिति मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में गठित हुई, तब भी डेटा संकलन नहीं हो पाया। समीर भुजबल ने लोकसभा में यह विषय रखा। उसे शरद पवार ने समर्थन दिया, फिर भी इस विषय पर निर्णय नहीं लिया जा सका। 2016 में डेटा तैयार किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वह डेटा सार्वजनिक नहीं होने दिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तत्काल एक कानून बनाया। वह प्रभावी नहीं रहा। फडणवीस के समय इंपेरिकल डेटा तैयार करने का कार्य एयर कंडीशनर केबिन में बैठकर किया गया था।
वरिष्ठ राकांपा नेता व राज्यसभा सदस्य प्रफुल पटेल ने कहा कि ओबीसी को नजरअंदाज कर राजनीति नहीं कर सकते हैं। महाराष्ट्र प्रगतिशील राज्य रहा है। छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले, शाहू महाराज, बाबासाहब आंबेडकर सहित अन्य महापुरुषों ने समाज व देश को नई दिशा दी है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने बहुजन नेताओं को बड़ा करने का कार्य किया है। राकांपा की मांग है कि ओबीसी को आरक्षण मिले बिना स्थानीय निकाय संस्थाओं के चुनाव नहीं कराए जाएं। जाति निहाय जनगणना की जाए। सम्मेलन को विचारक हरि नरके ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में पूर्व मंत्री अनिल देशमुख, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध मोहिते, पूर्व सांसद खुशाल बोपचे, पूर्व मंत्री रमेश बंग, ईश्वर बालबुधे, विकास लवंंडे, बाबा गूजर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
Created On :   5 Jun 2023 5:33 PM IST