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कार्रवाई : कारोबारियों के लॉकर तलाश रही आईटी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। डब्बा और हवाला करोबार से जुड़े 10 लोगों पर इनकम टैक्स (आईटी) की रेड जारी है। इस बीच कारोबारियों के लॉकर की तलाश भी की गई। कार्रवाई और कुछ दिन चलेगी । बुधवार को इनकम टैक्स ने रवि अग्रवाल, शैलेश लखोटिया, पारस जैन, लाला जैन, प्यारे खान, कन्नी उर्फ कन्हैया थावरानी, गोपी मालू, हेमंत तन्ना, इजराइल सेठ, और सीए रवि बानखेड़े पर छापामार कार्रवाई की थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संबंधित लोगों में से कुछ के लॉकर की तलाश की गई, जिसमें बड़ी मात्रा में कैश और ज्वेलरी मिली है। हालांकि अधिकांश कैश का हिसाब संबंधित लोग नहीं दे पाए। सूत्रों के अनुसार करीब 500 करोड़ से अधिक के अवैध लेन-देन के इनपुट पर यह कार्रवाई की गई।
खातों में नहीं मिला डब्बा से हुई कमाई का हिसाब
आईटी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रवि अग्रवाल और उनके साथ काम करने वाले साथियों के यहां करोड़ों रुपए की हेरा-फेरी के रिकॉर्ड मिले हैं। डब्बा और हवाला से हुई कमाई के जो नकली बिल बनाए गए थे, विभाग की जांच में उनकी पोल खुल गई। जो शरुआती बिल दिखाए गए उसके सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट नहीं मिले, जिससे साबित हुआ कि बिल फर्जी बनाए गए हैं। अब विभाग इसे पूरी तरह काली कमाई ही मान रहा है।
कंस्ट्रक्शन बिजनेस में भी लगाई अवैध कमाई
आईटी के छापों में यह बात भी निकलकर आई है कि शेल कंपनियों के माध्यम से अवैध रकम का एक बड़ा हिस्सा कई कंस्ट्रक्शन कंपनियों में लगाया गया। इसमें कैश लेन-देन भी भारी मात्रा में हुआ। इसमें इजराइल सेठ का नाम सबसे आगे है। यहां विभाग द्वारा मांगे गए दस्तावेज अभी तक पूरे नहीं मिले। विभाग के अधिकारियों को बार-बार दस्तावेज इधर-उधर होने की बात दोहराते रहे। रवि अग्रवाल की एक मोटी रकम यहां निवेश होने की बात सामने आई है।
हवाला से भी नागपुर पहुंची बड़ी रकम
रवि अग्रवाल के कारोबार से जुड़ी कंपनियों और लोगों के माध्यम से हवाला के जरिए भी एक बड़ी रकम पारस जैन, लाला जैन, कन्नी उर्फ कन्हैया थावरानी, गोपी मालू, हेमंत तन्ना के पास पहुंचने की जानकारी लगी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनके खातों से उक्त रकम मेल नहीं खा रही है। संबंधित लोगों से जुड़े कुछ और नाम भी जांच में सामने आए हैं। जिनको भी जांच के दायरे में लिया जा रहा है।
प्यारे खान से पूछा- ऑटो चालक से करोड़पति कैसे बने
सूत्रों के अनुसार इनकम टैक्स विभाग ने शुरुआत में प्यारे खान से रवि अग्रवाल से जुड़े सवाल पूछे इसक बाद वे एक सवाल पर स्थिर हो गए कि आखिर ऑटो चालक से करोड़पित कैसे बन गए? उन्होंने शुरुआत से हिसाब-किताब पूछा जब प्यारे खान ने पहला ट्रक खरीदा था। वर्तमान में करीब 3400 ट्रक कंपनी से संबंधित हैं। पहले दो साल के रिकॉर्ड मांगे फिर जांच का सिलसिला 10 साल तक के रिकॉर्ड पर जाकर खत्म हुआ। सूत्रों के अनुसार प्यारे खान के पास बड़ी मात्रा में सोना भी मिला है। विभाग ने उनसे 600 करोड़ का हिसाब पूछ लिया। शुक्रवार को प्यारे खान के यहां हुई रेड पूरी हो गई, जबकि अन्य लोगों पर रेड की कार्रवाई अभी जारी रहेगी। हालांकि इस मामले में जब हमने प्यारे खान से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हाेंने इनकम टैक्स अधिकारियों के एक-एक सवाल का जवाब और दस्तावेज दिए हैं। सभी दस्तावेज से अधिकारी संतुष्ट हुए। रही सोने की बात तो सभी के बिल दिए हैं। इस मामले में दूसरी तरफ आईटी के अधिकारी अभी उक्त कार्रवाई के बारे में कुछ भी अधिकृत बोलने को तैयार नहीं हैं। सर्च खत्म होने के बाद वे खुलासा करने की बात कर रहे हैं।
Created On :   13 May 2023 4:35 PM IST