द्वेष की राजनीति से देश और प्रदेश का नुकसान - आव्हाड

द्वेष की राजनीति से देश और प्रदेश का नुकसान - आव्हाड
  • द्वेष की राजनीति से किसी को लाभ नहीं
  • किसान संकट में हैं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विपक्ष को समाप्त करने के लिए सत्तापक्ष के प्रयासों का उल्लेख करते हुए राकांपा नेता जीतेंद्र आव्हाड ने कहा है कि वैमनस्य व द्वेष की राजनीति से किसी को लाभ नहीं मिलेगा। इससे देश व प्रदेश का नुकसान होगा। उन्होंने यह भी कहा कि विदर्भ में जातिवाद के लिए स्थान नहीं है। तुकड़ोजी महाराज, संत गाडगेबाबा, विनोबा भावे सहित अन्य महापुरुषों के प्रगतिशील विचारों से विदर्भ की भूमि का पोषण हुआ है। गुरुवार को आव्हाड ने पत्रकारों से चर्चा की।

किसान संकट में हैं : आव्हाड ने कहा कि वे विदर्भ में राजनीति नहीं, बल्कि अन्य कारणों से आ रहे हैं। राजनीतिक सभाआें में जितनी भीड़ नहीं रहती, उससे अधिक गैर राजनीतिक कार्यक्रम में रहने लगी है। किसान संकट में हैं। महंगाई ने परेशान किया है। बेरोजगारी बढ़ रही है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद पर नहीं रहने की अजित पवार की मंशा के विषय पर आव्हाड ने कहा कि इस बारे में वरिष्ठ नेता ही जवाब देंगे। राकांपा में इस तरह के मामलों में निर्णय लेने का अधिकार शरद पवार को है। विपक्ष के नेताओं को द्वेष के तहत परेशान किया जाता है। जेल में डाला जाता है। ऐसा चलते रहा तो विपक्ष और लोकतंत्र नहीं बचेगा। मणिपुर की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहां नागरिकों को रास्ते पर मारा जा रहा है। घर, गाड़ियां जलाई जा रही हैं। मणिपुर पर चीन की नजर है। मणिपुर के टूटने से देश को बड़ा नुकसान होगा।

Created On :   23 Jun 2023 6:50 PM IST

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