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ओबीसी ने दिखाई ताकत: सरकार लिखकर नहीं देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा - डॉ. तायवाड़े
- आंदोलन जारी रहेगा
- डॉ. तायवाड़े का बयान
डिजिटल डेस्क, नागपुर. राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ ने सोमवार को संविधान चौक से मोर्चा निकालकर सरकार को अपनी ताकत दिखाई। मोर्चे में भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस व राष्ट्रवादी के नेता भी शामिल हुए। मराठा समाज को ओबीसी से आरक्षण देने का विरोध करते हुए सरकार से लिखित जवाब मांगा। महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. बबनराव तायवाड़े ने चेताया कि सरकार जब तक लिखित आश्वासन नहीं देती, तब तक संविधान चौक पर ओबीसी का श्रृंखलाबद्ध अनशन जारी रहेगा। मोर्चे में शामिल प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधीश डा. विपिन इटनकर को मांगों का निवेदन सौंपा आैर आेबीसी की मांगों को तुरंत मंजूर करने की मांग राज्य सरकार से की। राष्ट्रीय आेबीसी महासंघ की अगुवाई में ओबीसी समाज के लोग सोमवार दोपहर को संविधान चौक पर इकट्ठा हुए। महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. बबनराव तायवाड़े की पूरी टीम पहले से ही अनशन स्थल पर डटी हुई थी। कांग्रेस नेता व विधान सभा में नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार, विधायक सुनील केदार, विधायक अभिजीत वंजारी, जिप सदस्य अवंतिका लेकुरवाले, भाजपा विधायक टेकचंद सावरकर, पूर्व विधायक सुधाकर कोहले, पूर्व विधायक आशीष देशमुख, पूर्व विधायक डा. परिणय फुके, पूर्व विधायक मल्लिकार्जुन रेड्डी, पूर्व महापौर अर्चना डेहनकर, राकांपा नेता पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, राकांपा के ईश्वर बालबुधे, राकांपा शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे, सलील देशमुख, शिव सेना के पूर्व पार्षद नाना झोड़े, पूर्व पार्षद मंगला गवरे, भूषण दड़वे समर्थकों के साथ पहुंचे। आेबीसी जिंदाबाद, सरकार होश में आआे के नारे के साथ मोर्चा संविधान चौक से लिबर्टी टी प्वाइंट, मनपा मुख्यालय रोड, बख्त बुलंद शाह चौक होते हुए आकाशवाणी चौक पहुंचा। पुलिस ने बैरिकेडिंग करते हुए मोर्चा को आकाशवाणी चौक के पहले ही रोक दिया और प्रमुख नेताओं को जिलाधीश कार्यालय जाने दिया।
बैलगाड़ी व ट्रैक्टर मोर्चे में : ओबीसी महासंघ के मोर्चे में शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग पहुंचे थे। अनेक लोग बैलगाड़ी व ट्रैक्टर पर सवार थे। मोर्चे में शामिल लोग महासंघ का पीला दुपट्टा व टोपी लगाए हुए थे।
पहले लिखकर दे सरकार : राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के डॉ. बबनराव तायवाड़े ने कहा कि मराठा को ओबीसी कोटे से आरक्षण नहीं देंगे, यह सरकार पहले लिखकर दे, उसके बाद ही आंदोलन खत्म होगा। मुंबई में होने वाली बैठक के बारे में अभी तक सरकार से कोई पत्र नहीं मिला है। ओबीसी आरक्षण के साथ ही अन्य 14 मांगें भी सरकार शीघ्र मंजूर करे।
विधान सभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि वे ओबीसी के साथ थे, हैं और मरते दम तक रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करते हैं। मराठा समाज को स्वतंत्र रूप से आरक्षण देने की मांग की। उन्होंने राज्य सरकार को आेबीसी विरोधी बताया।
Created On :   19 Sept 2023 4:26 PM IST