कार्रवाई: नागपुर में 117 पीओपी मूर्तियां जब्त

नागपुर में 117 पीओपी मूर्तियां जब्त
बैन के बावजूद बेचने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा ने शहर में पीओपी मूर्तियों पर प्रतिबंध लगाने का दावा किया है। पीओपी खरीदी-बिक्री रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करने का भी दावा है। लेकिन मनपा के इन दावों को मूर्ति विक्रेताओं ने सेंध लगा दी है। प्रशासन की नाक के नीचे विक्रेताओं ने मूर्तियां शहर में लाकर बिक्री भी शुरू कर दी है। शहर के अनेक दुकानों में मूर्तियां पहुंचने की जानकारी है। भनक लगने पर मनपा ने बजेरिया चौक स्थित शाहू मूर्ति भंडार पर छापा मारा। इस दौरान 117 पीओपी मूतियां जब्त कर विक्रेता से 10 हजार रुपए दंड भी वसूला गया।

मिट्टी का रूप देते हैं : पीओपी की मूर्तियां न लगे, इसके लिए अब विक्रेताओं ने उसे मिट्टी की मूरत की तरह शक्ल देने का प्रयास किया है। पीओपी मूर्ति के नीचे लकड़ी का पाट लगाना, वजन बढ़ाने के लिए उसमें पत्थर डालकर वजन बढ़ाकर, रंगों में बदलाव करना आदि तरीके अपनाकर उसे मिट्टी की मूर्ति का स्वरूप देने का षड़यंत्र किया जा रहा है। लेकिन विक्रेताओं के यह षड़यंत्र खुलकर सामने आ रहे हैं। अब गणेशोत्सव तक यह कार्रवाई निरंतर चलने का दावा किया गया है। अगले कुछ दिन में इससे बड़ी कार्रवाई करने का दावा किया जा रहा है।

गोपनीय जानकारी : पीओपी मूर्ति पर बंदी को लेकर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल और राज्य सरकार ने गत दिनों दिशा-निर्देश जारी किए थे। इस दिशा-निर्देशों का पालन कर और मनपा आयुक्त व प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी के निर्देश अनुसार मनपा ने सोमवार को कार्रवाई का दावा किया है। मनपा घनकचरा व्यवस्थापन विभाग के संचालक व उपायुक्त डॉ. गजेंद्र महल्ले को पीओपी मूर्ति बिक्री संदर्भ में गोपनीय जानकारी मिली थी। इस जानकारी के आधार पर बजेरिया चौक स्थित प्रशांत शाहू के मालकी के शाहू मूर्ति भंडार पर छापा मार कार्रवाई की गई।

4 घंटे तक कार्रवाई : दोपहर में शुरू हुई कार्रवाई चार घंटे तक चलने की जानकारी है। विक्रेताओं ने कार्रवाई से रोकने का प्रयास भी किया। कुछ महिलाओं ने विवाद कर हंगामा करने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस बंदोबस्त और एनडीएस की टीम होने से हंगामे का कोई असर नहीं हुआ। लाखों रुपए का यह माल बताया जा रहा है। स्वच्छता विभाग के विभागीय अधिकारी रोहिदास राठोड, गांधीबाग जोन के सुरेश खरे, नवकिसन शेंडे, लोकेश बासलवार, एनडीएस के संजय खंडारे, गणेशपेठ पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक महेंद्र आंभोरे की टीम ने यह कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान पारंपरिक मूर्तिकार सुरेश पाठक व चंदन प्रजापति प्रमुखता से उपस्थित थे। दोनों ने मूर्तियों की जांच कर यह पुख्ता किया कि यह मूर्ति िमट्टी की नहीं पीओपी की है।

Created On :   12 Sept 2023 2:51 PM IST

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