नागपुर मनपा साइकिल की निकली हवा, अधिकारियों ने मुंह मोड़ा

नागपुर मनपा साइकिल की निकली हवा, अधिकारियों ने मुंह मोड़ा
  • महीने में एक दिन साइकिल चलाने से अधिकारियों ने मुंह मोड़ा
  • दो साल पहले बने ट्रैक बदरंग हो गए
  • खड़ी साइकिलों पर जम रही है धूल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्र सरकार ने इंडिया साइकिल फॉर चेंज अभियान शुरू किया। बेहतर स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए शुरू किए गए इस अभियान में नागपुर मनपा सहभागी हुई। शहर के नागरिकों को साइकिल चलाने के लिए प्रोत्साहित करने की योजना बनाई गई। मनपा से शुरुआत की गई। महीने में एक दिन साइकिल से दफ्तार पहुंचने का संकल्प लिया गया। सभी अधिकारी, कर्मचारियों को स्वेच्छा से सहभागी होने का आयुक्त ने आह्वान किया, लेकिन आह्वान काे कर्मचारियों का प्रतिसाद नहीं मिला। वरिष्ठ अधिकारी शुरुआत के दिनों में साइकिल से दफ्तर पहुंचने लगे। फोटो खिंचवाकर प्रसार माध्यमों में खबरें प्रकाशित की गईं। छह महीने बाद अधिकारियों द्वारा साइकिलिंग से मुंह मोड़ने से मनपा के साइकिल की हवा निकल गई है।

दो साल पहले बने ट्रैक बदरंग हो गए

दो साल पहले साइकिल ट्रैक बनाया गया। साइकिल सवार ट्रैक का उपयोग भी करने लगे। इस प्रयोग की बदौलत स्मार्ट सिटी को इंडिया साइकिल फॉर चैलेंज का डेढ़ करोड़ रुपए पुरस्कार भी मिला। उसके बाद स्मार्ट सिटी ने साइकिल ट्रैक की अोर पलट कर नहीं देखा। नियमित देखभाल नहीं करने से साइकिल ट्रैक बदरंग हो गए हैं।

साइकिल ट्रैक का दिखावा

साइकिलिंग को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट सिटी ने शहर के प्रमुख मार्गों पर 18 किलोमीटर साइकिल ट्रैक की योजना बनाई। 25 लाख रुपए की लागत से 5 किमी साइकिल ट्रैक बनाकर दिखावा किया गया। शेष 13 किमी साइकिल ट्रैक अभी तक सपना बना हुआ है। साइकिल सवारों के लिए सुरक्षित साइकिल ट्रैक बनाए जाने का स्मार्ट सिटी ने दावा किया था। वहां से साइकिल चलाने वालों की सुरक्षा तथा मॉनिटरिंग करने की हामी भरी गई। औपचारिकता निभाकर दोबरा मुड़कर नहीं देखने से साइकिल ट्रैक पर वाहन सरपट दौड़ रहे हैं। तेज रफ्तार वाहन टकराने के डर से असुरक्षित महसूस कर रहे साइकिल सवार साइकिल ट्रैक पर जाने से कतराने लगे हैं।

खड़ी साइकिलों पर जम रही है धूल

साइकलिंग को बढ़ावा देने के लिए स्मार्ट सिटी को एक ठेकेदार द्वारा सीएसआर फंड से 10 साइकिलें उपलब्ध करवाई गई थीं। महीने में एक दिन साइकिल से दफ्तर पहुंचने के लिए महानगर पालिका के अधिकारियों को यह साइकिलें उपलब्ध कराई गईं थीं। धीरे-धीरे अधिकारियों ने साइकिलिंग अभियान से मुंह मोड़ लेने पर स्मार्ट सिटी कार्यालय में खड़ी साइकिलों पर धूल जम रही है।

नागरिकों में क्रेज बढ़ा

राम जोशी, अतिरिक्त आयुक्त के मुताबिक मनपा ने महीने में एक दिन साइकिल से दफ्तर पहुंचने का अधिकारी, कर्मचारियों से आह्वान किया था। किसी पर जबरदस्ती नहीं की गई। सहभागी होना इच्छा पर निर्भर था। 7-8 महीने अभियान लगातार अभियान चला। मनपा से शुरुआत करने में नागरिकों में साइकिल चलाने का क्रेज बढ़ा।

डॉ. गजेंद्र महल्ले, संचालक, मनपा घनकचरा प्रबंधनसाइकिलिंग स्मार्ट सिटी का अभियान है। स्मार्ट सिटी प्रशासन ने महीने में एक दिन साइकिल से दफ्तर पहुंचने का आह्वान किया था। ठंडे बस्ते में चले जाने की क्या वजह है, वही बता पाएंगे।


Created On :   22 May 2023 6:49 PM IST

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