Nagpur News: नागपुर में मिली सूचना, ट्रेन से गिरे घायल मासूम को आरपीएफ ने राजनांदगांव से रायपुर पहुंचाया - लड़ रहा है जिंदगी की जंग

नागपुर में मिली सूचना, ट्रेन से गिरे घायल मासूम को आरपीएफ ने राजनांदगांव से रायपुर पहुंचाया - लड़ रहा है जिंदगी की जंग
  • अचानक चलती एक्सप्रेस से गिरा 4 साल का मासूम
  • अब लड़ रहा है जिंदगी की जंग
  • आरपीएफ जवानों ने बचाई ट्रेन से गिरे मासूम की जान

Nagpur News. गुरुवार को कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में यात्रा कर रहा एक चार साल का मासूम अचानक आपातकालीन खिड़की से गिर गया। सूचना मिलने के बाद रेलवे सुरक्षा बल के जवान तुरंत हरकत में आए। आरपीएफ ने बच्चे का प्राथमिक उपचार करवाकर रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया। तत्काल संबंधित अधिकारियों, अस्पताल प्रशासन और परिवहन विभाग से समन्वय कर बच्चे और उसकी मां को राजनांदगांव से रायपुर के एक अस्पताल पहुंचाया।


पानी, दवाइयां, बच्चों के लिए जरूरी सामान, हर छोटी-बड़ी जरूरत का ख्याल रखा गया। सहायक उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह और प्रधान आरक्षक एस.के. मिश्रा सागनिक के साथ एम्बुलेंस में रायपुर पहुंचे। वहां सीटी स्कैन सहित सभी जरूरी टेस्ट किए गए। डॉक्टरों ने बच्चे की स्थिति पर लगातार नजर रखी है। उपचार के बाद बच्चे की हालत में सुधार होने लगा। इसके बाद उसे इमरजेंसी वार्ड से सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया गया।

बिना वक्त गंवाए बच्चे की जान बचाने का यह कार्य इसका आसान भी नहीं था। इसके पीछे टीम वर्क अहम रहा। जैसे ही नागपुर में सुरक्षा नियंत्रण कक्ष को सूचना मिली, तो रायपुर तक सभी को अलर्ट कर दिया गया। राजनांदगांव की टीम ने तत्पर्ता दिखाई और संभालते हुए जरूरी कदम उठाए। इस हादसे ने सबका दिल झकझोर रख दिया। बच्चा अपनी मां के साथ ट्रेन नंबर 18029, कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में यात्रा कर रहा था। सभी अचानक आपातकालीन खिड़की से गिर गया। यह दर्दनाक हादसा दपूम रेलवे नागपुर मंडल के डोंगरगढ़-जटकन्हार रेलखंड के डाउन लाइन पर हुआ।


यह भी पढ़े -विदेश में उच्च शिक्षा के लिए मिलेगी स्कॉलरशिप

बच्चे का नाम सागनिक है, उसकी मां, आनंदिता बेरा, अपने बेटे के साथ कोच एस-3 में लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) से खड़गपुर जा रही थीं। जैसे ही वह ऊपरी बर्थ पर चढ़ने लगीं, नन्हा सागनिक खेलते-खेलते खिड़की के पास पहुंच गया और अचानक नीचे गिर पड़ा। मां की चीखें सुनकर चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका गया।

मां की हालत क्या होगी। उसकी बेबसी को शब्दों में बयान करना मुश्किल है।


एक्शन में आरपीएफ

रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान तुरंत हरकत में आए। प्रधान आरक्षक टी.एन.एस. चौहान और महिला आरक्षी ज्योति बाला ने घायल सागनिक को उसकी मां के साथ तुरंत डोंगरगढ़ अस्पताल पहुंचाया। मंडल सुरक्षा आयुक्त दीपचंद आर्य ने मामले की गंभीरता को समझते हुए स्वयं इसकी निगरानी शुरू की। उन्होंने आरपीएफ पोस्ट राजनांदगांव और डोंगरगढ़ की प्रभारी निरीक्षक तरुणा साहू और प्रशांत अल्डक को पल-पल की जानकारी लेने और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। घटनास्थल की ओर जा रहे सहायक उपनिरीक्षक अर्जुन सिंह को रास्ते में आरपीएफ का अनुरक्षण दल मिला, जो सागनिक को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, डोंगरगढ़ ले जा रहा था। वहां से बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज, राजनांदगांव रेफर किया गया। लेकिन सागनिक की हालत स्थिर नहीं थी। आरपीएफ की टीम ने हार नहीं मानी। प्रभारी निरीक्षक डोंगरगढ़ के निर्देश पर उपनिरीक्षक डी.बी. मेश्राम और प्रधान आरक्षक एस.के. मिश्रा ने अस्पताल में बच्चे की स्थिति देखी। मां की आँखों में डर और मासूम का दर्द देखकर उनका दिल पसीज गया था।


Created On :   12 Jun 2025 9:03 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story