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Nagpur News: मिलीभगत से उपराजधानी में फल - फूल रहा है कबाड़ का अवैध कारोबार

- कबाड़ का अवैध कारोबार एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है
- कबाड़ से लदे ट्रक तड़के 3 से 4 बजे के दरमियान शहर के नाकों से बाहर निकलते हैं
Nagpur News. कबाड़ का अवैध कारोबार एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। जिससे न केवल राजस्व की चोरी हो रही है, बल्कि यह अवैध कारोबारियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा के लिए खतरा भी पैदा कर रहा है। शहर में एक दर्जन से अधिक अवैध कबाड़ कटाई के कारखाने हैं। जहां से हर रोज लाखों रुपये का कबाड़ दिल्ली, हरियाणा और मुंबई जैसे राज्यों में भेजा जाता है। इस कारोबार में जोधपुर सबसे बड़ा एक्सपोर्टर माना जाता है। यहां से हर रोज 200 से ज्यादा कबाड़ विदेश के लिए एक्सपोर्ट किया जाता है।
इस मामले में नागपुर भी अब पीछे नहीं है। यहां पर 1500 से अधिक लोग कबाड़ के कारोबार से जुड़े हैं। दीगर बात यह है कि इनमें अधिकांश के पास लाइसेंस तक नहीं है। कई तो कबाड़ के कारोबार का रिकार्ड तक नहीं रखते हैं।कारोबारी बन रहेे करोड़पति : नागपुर में कबाड़ का करोड़ों का कारोबार हो रहा है। लेकिन अधिकांश कारोबारी अवैध तरीके से काम कर रहे हैं, ताकि उन्हें राजस्व न देना पड़े। यही कारण है कि सरकार को करोड़ों के राजस्व का फटका लग रहा है। लेकिन कोई ध्यान देने वाला नहीं है। जिसे हम कबाड़ मात्र समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, वहां से करोड़ों का कारोबार कर लोग मालामाल हो रहे हैं।
कई कारोबारी शामिल : नागपुर में कबाड़ का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें कई कारोबारी शामिल हैं। अख्तर, पप्पू, बबलू, साजिद, जावेद, सैफुद्दीन, आमिर, शाहिद, पंकज, विक्की, शाहू, कल्लू जैसे कई नाम अवैध कबाड़ कारोबार में लिप्त बताए जाते हैं। शहर में क्राइम ब्रांच से लेकर थाना स्तर पर भले ही रेत, मुरुम, गिट्टी, बोल्डर के ट्रकों पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन कभी कबाड़ के ट्रकों पर कार्रवाई नहीं की जाती है।
कबाड़ से लदे ट्रक तड़के 3 से 4 बजे के दरमियान शहर के नाकों से बाहर निकलते हैं। रातभर बड़े-बड़े कबाड़ के गोदामों में माल लादा जाता है, जिसमें चोरी का माल भी लदा होता है, ऐसी चर्चा भी है। लेकिन कार्रवाई नहीं होने से चोरी का माल आसानी से गंतव्य जगह तक पहुंच जाता है।
पुलिस और प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने से यह कारोबार और भी फल-फूल रहा है। चर्चा है कि सब कुछ सेटिंग है, इसलिए यह धंधा जोरों पर चल रहा है। प्रशासन को इस मामले में जल्द कार्रवाई करनी चाहिए और कबाड़ कारोबारियों पर शिकंजा कसना चाहिए। इससे न केवल राजस्व की चोरी रुकेगी, बल्कि शहर में कानून व्यवस्था भी बनी रहेगी।
राहुल माकणीकर, पुलिस उपायुक्त, क्राइम ब्रांच ने कहा कि कबाड़ के बारे में नहीं मिल पाती जानकारी पुलिस हर अवैध कारोबार को रोकने के लिए तैयार है। कबाड के अवैध कारोबार के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है। सटीक और समय पर जानकारी मिले तो पुलिस अवश्य कार्य करेगी।
Created On :   23 Jun 2025 6:14 PM IST