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Nagpur News: सामाजिक सेवा शिल्पी पुरस्कार से सम्मानित होंगी संस्थाएं, बुलढाणा-जलगांव की दो संस्थाएं शामिल

- सामाजिक दायित्व निभाने जागरुकता कार्यक्रम
- दोनों संस्थाएं गरीब व आदिवासियों की सेवा में अव्वल
- बड़ी संस्था में उपस्थित रहने का आह्वान
Nagpur News. उपराजधानी की धरमपेठ शिक्षा संस्था द्वार स्थापना दिवस के अवसर पर दो राज्य की दो संस्थाओं को ‘सामाजिक सेवा शिल्पी पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। इनमें से एक संस्था बुलढाणा जिले के जलगांव जामोद की वनवासी सेवा संस्था है। वहीं दूसरी संस्था अकोला गायगांव की कस्तूरी प्रकल्प संस्था है। पुरस्कार वितरण समारोह रविवार 3 अगस्त 2025 को शाम 6 बजे होगा। कार्यक्रम का स्थान प्राचार्य विनायकराव फाटक स्मृति सभागृह, धरमपेठ म.पां. देव स्मृति विज्ञान महाविद्यालय, उत्तर अंबाझरी रोड, नागपुर है।
सामाजिक दायित्व निभाने जागरुकता कार्यक्रम
शहर की धरमपेठ शिक्षा संस्था हमेशा ही सामाजिक दायित्व निभाने महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन करती है। इस साल संस्था के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सामाजिक जागरुकता कार्यक्रम आयोजिक किया गया है। इस अवसर पर विविध क्षेत्र के उल्लेखनीय कार्यों की दखल लेकर उन्हे सम्मानित किया जाता है। इस साल अपने स्थापना दिवस पर राज्य की दो संस्थाओं को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। इन संस्थाओं को ‘सामाजिक सेवा शिल्पी पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। इनमें से एक संस्था बुलढाणा जिले के जलगांव जामोद की वनवासी सेवा संस्था है। वहीं दूसरी संस्था अकोला गायगांव की कस्तूरी प्रकल्प संस्था है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं पूर्व सरकार्यवाह सुरेश (भैयाजी) जोशी उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर उनका सामाजिक चेतना व सेवाभाव की प्रेरणा पर आधारित मार्गदर्शन भाषण होगा।
दोनों संस्थाएं गरीब व आदिवासियों की सेवा में अव्वल
‘सामाजिक सेवा शिल्पी पुरस्कार’ से सम्मानित होनेवाली संस्थाओं को एक लाख रुपए नकद व सम्मानचिह्न प्रदान किया जाएगा। इन संस्थाओं में पहली वनवासी सेवा समिति बुलढाणा जिले के जलगांव जामोद क्षेत्र में सेवा कार्य करती है। यह संस्था सातपुड़ा पर्वत क्षेत्र के 22 आदिवासी गांवों में कार्यरत है। वनवासी कल्याण आश्रम के माध्यम से आदिवासी, गरीब व भील समाज के छात्रों के लिए आश्रमशालाओं का संचालन किया जाता है। आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा, संस्कृति और आत्मनिर्भरता का संदेश फैलाना संस्था का मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए बरसों से काम कर रही है। वहीं दूसरी संस्था अकोला जिले के गायगांव की कस्तुरी चैरिटेबल संस्था अपने कस्तुरी प्रकल्प के माध्यम से जनसेवा में समर्पित है। संस्था द्वारा आध्यात्मिक व सामाजिक सेवा कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है। संस्था श्री गजानन महाराज गायगांव देवस्थान से वारकरी संप्रदाय की वारी, सेवा, भजन, कीर्तन आदि में भागीदारी निभाती है। साथ ही मेळघाट के कोरकू आदिवासी समाज के लिए ‘वंचितों की दिवाली’, शिक्षा अभियान, रिक्शा चालक एवं मजदूर वर्ग के लिए निशुल्क चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध कराती है। यह कार्यक्रम उन संस्थाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो समाज के हाशिए पर खड़े वर्गों के लिए निस्वार्थ सेवा में जुटी हैं।
बड़ी संस्था में उपस्थित रहने का आह्वान
धरमपेठ शिक्षण संस्था के अध्यक्ष एड. उल्हास औरंगाबादकर, सचिव सुरेश देव तथा सदस्य डॉ. कुमार मुकुंद शास्त्री ने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित रहने का आह्वान किया है। यह कार्यक्रम उन संस्थाओं के लिए एक प्रेरणा बनेगा जो समाज के हाशिए पर खड़े वर्गों के लिए निस्वार्थ सेवा में जुटी हैं।
Created On :   1 Aug 2025 5:26 PM IST