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Nagpur News: ग्रामीणों को बैंक जाने की आवश्यकता नहीं, मिलेगा डिजिटल प्रशिक्षण

- बी. सी. सखी संभालेगी आर्थिक लेन-देन के व्यवहार
- गांवों में आज भी कम्प्यूटर साक्षरता का प्रमाण कम
Nagpur News बैंक डिजिटल हाे गए। संपूर्ण व्यवहार ऑनलाइन किए जा रहे हैं। गांवों में आज भी कम्प्यूटर साक्षरता का प्रमाण कम है। डिजिटल युग में गांव के नागरिकों को बैंक खाते से लेन-देन व्यवहार करने में दिक्कत आ रही है। बी. सी. (बैंक कॉरेस्पांेडेंट) सखी नियुक्त कर इस समस्या का समाधान ढूंढा गया। उमेद अभियान के माध्यम से गांव-गांव में बी. सी. सखी नियुक्त कर ग्रामीणों को बैंकों से आर्थिक लेन-देने के व्यवहार में मदद करेगी। ग्रामीणों काे अब बैंक जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
जिला स्तर पर प्रशिक्षण : मुख्यमंत्री समृद्ध पंचायतराज अभियान के औचित्य पर 74 बी. सी. सखी को जिला स्तर पर बैंकिंग के डिजिटल व्यवहार का प्रशिक्षण दिया गया। धीरे-धीरे एक ग्राम पंचायत एक बी. सी. सखी नियुक्त की जाएगी। बैंक के साथ डिजिटल आर्थिक व्यवहार करने के लिए उन्हें दिए गए डिवाइस का जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया। निराधार योजना, वरिष्ठ नागरिक सम्मान योजना, किसान सम्मान निधि के बैंक खाते से पैसा निकालकर देना, बैंक खाते में पैसा जमा करना, मोबाइल रिचार्ज आदि काम बी. सी. सखी करेगी।
महिला बचत समूहों को मिलेगा लाभ : उमेद अभियान के माध्यम से हर गांव में महिला बचत समूहों की स्थापना की गई है। महिला तथा बचत समूहों को विविध योजना की जानकारी दी जाती है। महिला बचत समूहों को भी लाभ मिलेगा। बचत समूह की महिलाओं को बैंक से पैसे का लेन-देन करने के लिए हाथ का काम छोड़कर बैंक में जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के हाथ से समाजसेवा का काम होने पर जिप सीईओ विनायक महामुनी ने समाधान व्यक्त किया। कार्यशाला का आयोजन प्रकल्प संचालक वर्षा गोरकर के मार्गदर्शन में किया गया। प्रशिक्षक की भूमिका चाणक्य सर्विसेस के विभागीय समन्वयक सचिन व्हरेकर, जिला समन्वयक राजेंद्र कुबड़े, जिला अभियान प्रबंधक शेखर गजभिये तथा जिले के सभी जिला प्रबंधक उपस्थित थे।
Created On :   19 Sept 2025 1:43 PM IST