Nagpur News: अजित पवार ने कहा- विदर्भ हर समय किसी का गढ़ नहीं रहा है

अजित पवार ने कहा- विदर्भ हर समय किसी का गढ़ नहीं रहा है
  • गठबंधन का निर्णय चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद
  • शिविर के माध्यम से राकांपा चुनाव रणनीति का आगाज करेगी

Nagpur News मनपा, जिप सहित अन्य स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी का जिक्र करते हुए राकांपा अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि महायुति के प्रत्येक दल अपने कार्यकर्ताओं को अधिक उम्मीदवारी दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा- विदर्भ भी हर समय किसी का गढ़ नहीं रहा है। निकाय चुनाव में महायुति अर्थात गठबंधन का निर्णय चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद लिया जाएगा। गुरुवार को विमानतल पर पवार ने पत्रकारों से चर्चा की। आज राकांपा का राष्ट्रीय चिंतन शिविर वर्धा मार्ग स्थित सभागृह में होृने जा रहा है । पवार ने कहा कि शिविर के माध्यम से राकांपा चुनाव रणनीति का आगाज करेगी।

राहुल गांधी कुछ भी बोल रहे हैं : मतदाता सूची को लेकर लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नए अारोपों पर अजित पवार ने कहा िक राहुल गांधी कुछ भी बोल रहे हैं। हमने लोकसभा चुनाव में बड़ी कीमत चुकायी। महाराष्ट्र में एनडीए को 48 में से 20 सीट ही मिल पायी थीं। इंडिया गठबंधन ने 31 सीट जीतीं, तब किसी ने ईवीएम पर आरोप नहीं लगाए। कर्नाटक, तेलंगाना, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व पश्चिम बंगाल में भी चुनाव के बाद मतदान को लेकर किसी ने आरोप नहीं लगाए। कांग्रेस गठबंधन जहां पराजित होता है, वहां नया मुद्दा सामने ला दिया जाता है।

चुनाव तैयारी को लेकर पवार ने कहा कि सभी नेता व दल अपने तरीके से काम करते हैं। विदर्भ हर बार किसी का गढ़ नहीं रहा है। मैंने जब राजनीति में प्रवेश किया, तब कांग्रेस-आई ने अनेक स्थानीय कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारी दी थी। उम्मीदवारी पाने वालों को भी उम्मीद नहीं थी कि वे जीतेंगे। चुनाव परिणाम आने के बाद जिलाधिकारी ने फोन करके उम्मीदवार को बताया कि वे जीत गए हैं। तब उम्मीदवार जीत का प्रमाण पत्र लेने के लिए पहुंचे थे। अलग-अलग समय में विदर्भ में अलग-अलग चुनाव परिणाम आए हैं। आज राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा बड़ा दल है। राज्य के प्रमुख नेता देवेंद्र फडणवीस नागपुर का प्रतिनिधित्व करते हैं। नितीन गडकरी केंद्र सरकार में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उनके कार्यकर्ताओं की अलग अपेक्षा है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे के कार्यकर्ताओं की अलग अपेक्षा है। हमारे कार्यकर्ताओं की भी अपेक्षाएं हैं। नागपुर में मनपा चुनाव में हमें कुछ सीटें मिलनी चाहिए। हमारी भूमिका है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने का अवसर मिले।

नेता के वक्तव्य की दखल संबंधित दल लें : शरद पवार व जयंत पाटील को लेकर भाजपा विधायक गाेपीचंद पडलकर के वक्तव्य को लेकर अजित पवार ने असभ्य वक्तव्य नहीं देने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा- पडलकर के वक्तव्य के बारे में मुझे अधिक जानकारी नहीं है, लेकिन यह अवश्य कहूंगा कि सभी को सावधानी से वक्तव्य देना चाहिए। असभ्य वक्तव्य न दें। नेताओं के वक्तव्यों के बारे में महायुति सरकार ने एक नीति तय की है। महायुति के तीनों प्रमुख दल में से जिस दल के नेता वक्तव्य देंगे, उसकी दखल संबंधित दल लेगा। शिवसेना के संबंध में विवादित वक्तव्य की दखल एकनाथ शिंदे लेंगे। राकांपा के वक्तव्यों की जवाबदारी मेरी है। भाजपा की जवाबदारी देवेंद्र फडणवीस की है। महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण के समय से राज्य में राजनीति में सुसंस्कृति का ध्यान रखा गया है। बाबासाहब आंबेडकर ने अभिव्यक्ति का अधिकार दिया है। बोलते समय प्रयास करना चाहिए कि सामाजिक सदभाव बना रहे। चर्चा के समय राकांपा के जिला निरीक्षक राजेंद्र जैन, राज्य महिला आयोग की सदस्य आभा पांडे, श्रीकांत शिवणकर सहित अन्य पदाधिकारी थे।


Created On :   19 Sept 2025 11:57 AM IST

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