Nagpur News: वक्त से पहले दस्तक देगा मानसून, अनुमान है कि हीट वेव का एक और दौर संभव

वक्त से पहले दस्तक देगा मानसून, अनुमान है कि हीट वेव का एक और दौर संभव
  • विदर्भ में 104 फीसदी बारिश की संभावना
  • आगमन आमतौर पर 15 जून के आसपास
  • पर्यावरणीय परिस्थितियां अनुकूल

Nagpur News. दक्षिण-पश्चिम मानसून की चाल यदि नहीं बिगड़ी तो नागपुर सहित विदर्भ में एक माह के भीतर बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। फिलहाल, निर्धारित समय से तकरीबन एक हफ्ते पहले मानसून ने दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप, दक्षिण अंडमान सागर और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है। इस बीच भीषण गर्मी का एक और दौर देखने को मिल सकता है। मई माह के अंतिम और जून माह के पहले सप्ताह में हीट वेव चलने की सम्भावना है।

विभाग कर रहा है निगरानी

मौसम विभाग के अनुसार, यह वर्षा लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 105% ( 5% कम या ज्यादा ) रहने का अनुमान है। विदर्भ में एलपीए की गणना 87 सेंटीमीटर (लगभग 34 इंच) है। यह पूर्वानुमान मध्य भारत, विशेषकर विदर्भ, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे वर्षा आधारित कृषि क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से अनुकूल है। मौसम विभाग लगातार निगरानी कर रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि मौसमी एवं महासागरीय परिस्थितियों के अनुसार पूर्वानुमानों को की जानकारी समय-समय पर जानकारी दी जाती है।

पर्यावरणीय परिस्थितियां अनुकूल

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी ) के दीर्घकालिक जलवायु आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सामान्य आगमन की तिथि लगभग 20 मई मानी जाती है। किंतु इस साल मानसून ने 13 मई को ही दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप, दक्षिण अंडमान सागर और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में पूर्व-अनुमानित रूप से दस्तक दे दी। यहां मानसून का शीघ्र आगमन अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों के कारण हुआ है, जिनमें 4.5 किमी ऊंचाई तक मजबूत पछुआ हवाएं, 1.5 किमी स्तर पर 20 नॉट से अधिक गति की हवाएं, और आउटगोइंग लांगवेव रेडिएशन का नीचे गिरना प्रमुख हैं।

आगमन आमतौर पर 15 जून के आसपास

विदर्भ क्षेत्र में मानसून का सामान्य आगमन आमतौर पर 15 जून के आसपास होता है। पिछले पांच वर्षों में मानसून ने विदर्भ में लगभग सामान्य तिथि या उससे पूर्व प्रवेश किया है। स्थानीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. रिज़वान अहमद के मुताबिक मानसूनी गतिविधियां मानसून की नार्दन लिमिट ऑफ़ मानसून (एनएलएम ) की उत्तरी दिशा में प्रगति से जुड़ा है। पिछले पांच वर्षों में विदर्भ में मानसून आगमन की तिथियां 8 से 14 जून के बीच रही हैं। वर्ष 2025 में पूरे भारत में जून से सितंबर की मानसून अवधि के दौरान वर्षा सामान्य से अधिक (लगभग 104%) रहने की संभावना है।

प्रवृति में बदलाव दिख रहा है

मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के दक्षिण अरब सागर, मालदीव एवं कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के अन्य हिस्सों, पूरा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ भागों में आगे बढ़ने की स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। पिछले पांच वर्षों में मानसून का अंडमान क्षेत्र में आगमन क्रमशः 21 मई (2020), 18 मई (2021), 16 मई (2022), 19 मई (2023) और 13 मई (2025) को हुआ था, जो यह दर्शाता है कि मानसून आगमन में एक प्रवृत्ति के रूप में पहले होने की दिशा में बदलाव देखा जा रहा है। यह अंतर-मौसमी परिवर्तनशीलता और महासागरीय–वायुमंडलीय अंतःक्रियाओं से जुड़ा हो सकता है।

Created On :   16 May 2025 4:06 PM IST

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