Nagpur News: मौसम की गुगली से गर्मी में पड़े ओले, तेज हवा और हल्की बारिश होने के आसार

मौसम की गुगली से गर्मी में पड़े ओले, तेज हवा और हल्की बारिश होने के आसार
  • ठंडी हवा से बिजली की खपत कम, फिर भी आंख-मिचौली
  • तारों की हालत खस्ता, ट्रांसफॉर्मर वर्षों पुराने

Nagpur News. शनिवार को दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदल गया। दोपहर तक धूप रही। उसके बाद तेज हवा के साथ आेले पड़े। गर्मी में आेले पड़ने से हर कोई हैरत में पड़ गया। बारिश तो ज्यादा नहीं हुई, लेकिन शहर में कई जगह आेले पड़े। पारडी, शांतिनगर, प्रेम नगर, देशपांडे ले आउट, वाठोडा व वर्धमान नगर में हल्की बारिश के साथ आेले पड़े। शनिवार को नागपुर का अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार, विदर्भ के ऊपर द्रोणिका बनी हुई है। दक्षिणी-पश्चिमी हवा आ रही है। हवा में नमी है, जो वातावरण को ठंडा कर रही है। रविवार को भी जिले में गरज-चमक व तेज हवा के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। बेमौसम बारिश से कलमना में खुले में रखा अनाज भीग गया। अनाज के साथ ही लाल मिर्ची भी गीली हो गई। दोपहर बाद अचानक बारिश होने से अनाज शेड में ले जाने का मौका ही नहीं मिला। ओले पड़ने से मौसम के जानकार भी चकरा गए हैं।

ठंडी हवा से बिजली की खपत कम, फिर भी आंख-मिचौली

शनिवार को बेमौसम बारिश के बाद चली ठंडी हवा से जिले में बिजली की खपत कम हो गई है। गर्मी के दिनों में जिले में 850 मेगावॉट से अधिक बिजली की खपत होती है, जो शनिवार को घटकर 750 मेगावाट तक पहुंच गई थी। बिजली की खपत कम होने के बावजूद शहर के कई इलाकों में बिजली की आंख-मिचौली जारी रही। बेमौसम बारिश से वातावरण में ठंडक घुलने के साथ ही महावितरण को भी राहत मिली है। खपत बढ़ने से बिजली का लोड अचानक बढ़कर कई जगह एलटी जाने, कंडक्टर टूटने व ब्रेक फेल होने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। बिजली कर्मियों को फील्ड में जाकर दुरूस्ती कार्य करना पड़ता है। शनिवार को चली ठंडी हवा के बाद बिजली की खपत कम हुई। लोड कम होने से बिजली की शिकायतें थोड़ी कम रहीं। हालांकि कई इलाकों में बिजली की आंख-मिचौली जारी रही।

इनकी शिकायतें

न्यू सोमवारी पेठ के राजेंद्र रामटेके का कहना है कि हर दिन बिजली जाने से अब आदत सी हो गई है।

जगनाड़े चौक नंदनवन की मोनाली बागडे का कहना है कि कुछ समय के लिए एरिया में बिजली गुल हुई थी।

सदर व बिजली नगर के आस-पास भी कुछ समय के लिए बिजली गुल हुई थी।

मेंटेनेंस के नाम पर बत्ती गुल

किससे शिकायत करें... तारों की हालत खस्ता, ट्रांसफॉर्मर वर्षों पुराने

बिजली कटौती अब रोज़मर्रा की बात बन चुकी है। हैरानी की बात ये है कि बिजली विभाग मेंटेनेंस के नाम पर लाखों खर्च तो करता है, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि वाडी के कई हिस्सों में तारों की हालत खस्ता है और ट्रांसफॉर्मर सालों पुराने हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं, जबकि हर बुधवार को लोडशेडिंग और मेंटेनेंस के नाम पर बिजली गुल हो जाती है।

सुविधा जीरो... भारी भरकम बिल

आशीष बोरकर, स्थानीय निवासी के मुताबिक हर महीने भारी भरकम बिल आता है, लेकिन सुविधा जीरो। मेंटेनेंस के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है।

सफाई... टेक्निकल फॉल्ट होते हैं

मनोज मेहूने, सहायक अभियंता के मुताबिक 10x2 सब-स्टेशन को मंजूरी मिल चुकी है परंतु जगह की कमी के कारण विषय लंबित है। धूपकाले में ओवरलोड के कारण शॉर्ट सर्किट और टेक्निकल फॉल्ट होते हैं। ट्री कटिंग और मेंटेनेंस भी शुरू है।



Created On :   4 May 2025 6:18 PM IST

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