Nagpur News: नागपुर के ई-लाइब्रेरी में विद्यार्थी करते हैं यूपीएससी की तैयारी

नागपुर के ई-लाइब्रेरी में विद्यार्थी करते हैं यूपीएससी की तैयारी
  • डॉक्टर बनने के इच्छुक विद्यार्थी यहां करते अध्ययन

Nagpur News नागपुर महानगरपालिका की लोधीपुरा स्थित 'भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ई-लाइब्रेरी' अब न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का केंद्र बनी है, बल्कि यहां से तैयार होकर कई छात्र डॉक्टर भी बन रहे हैं। एमबीबीएस, एमडी और एमएस जैसी चिकित्सा क्षेत्र की कठिन परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह लाइब्रेरी वरदान साबित हो चुकी है।

एमबीए, सीए के साथ अफसर हो रहे तैयार : साल 2022 में शुरू हुई यह लाइब्रेरी नागपुर मनपा द्वारा संचालित की जा रही है। मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी, अतिरिक्त आयुक्त वैष्णवी बी. और शिक्षाधिकारी साधना सयाम के मार्गदर्शन में लाइब्रेरी के व्यवस्थापन की निगरानी की जाती है। अब तक कई विद्यार्थियों ने यहां से यूपीएससी, एमपीएससी, बैक, एमबीए, सीए, सरकारी अधिकारी आदि के लिए तैयारियां कर परीक्षा पास की है। और सरकारी नौकरियों में चयनित हुए हैं।

जल्द ही स्थापित होगी सौर ऊर्जा प्रणाली : इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) और रेलवे हॉस्पिटल के विद्यार्थी यहां रोज मेडिकल की पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं। विद्यार्थियों द्वारा लाइब्रेरी में नामांकन के समय अपनी शिक्षा, तैयारी आदि की जानकारी देते हैं। भविष्य संवारने की जा रही तैयारी व परीक्षा की जानकारी देते हैं। सफल छात्रों का लायब्ररी प्रशासन की ओर से सत्कार किया जाता है। जल्द ही इस ई-लायब्ररी में सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित की जानेवाली है। इसके लिए मनपा प्रशासन ने योजना तैयार कर ली है। इससे बिजली की बचत होगी।

सुविधाआें से परिपूर्ण लाइब्रेरी, युवाओं की पसंद : यह लाइब्रेरी सुविधाओं से परिपूर्ण है। इसलिए युवाओं की पहली पसंद बनी है। यहां वातानुकूलित और शांत वातावरण, लिफ्ट सुविधा, बिजली बाधित होने पर जनरेटर की सुविधा, कम्प्यूटर कक्ष और वाईफाई, दिव्यांग छात्रों के लिए अलग कंप्यूटर और स्टडी एरिया, विद्यार्थियों के लिए उपहारगृह, व्याख्यानों के लिए सभागृह, पार्किंग सुविधा है। अध्ययन कक्ष में एक समय में केवल 30 विद्यार्थी बैठ सकते हैं। कम्प्यूटर लैब में 60 स्थान है। जिसमें 15 सामान्य, 20 बालकों के लिए, 20 बालिकाओं के लिए और 5 दिव्यांगों के लिए है। हर महीने 50 से अधिक विद्यार्थी प्रतीक्षा सूची में रहते हैं।


Created On :   4 Jun 2025 7:20 PM IST

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