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Nagpur News: मनपा सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति में घोटाले का आरोप, जांच की मांग
- प्रशासन की दोहरी नीति से सफाई कर्मचारियों का नुकसान
- सारी उम्र सफाई करते गुजार देते हैं कर्मी
- पदोन्नति का नहीं दिया जाता अवसर
Nagpur News नागपुर महानगरपालिका में नियमों की धज्जियां उड़ाकर सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति में घोटाला होने का आराेप एड. राहुल झांबरे ने पत्र-परिषद में लगाया। उन्होंने कहा कि, मनपा में दो आस्थापना काम कर रही है, जिसका खामियाजा सफाई कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। प्रशासन की दोहरी नीति से सफाई कर्मचारियों का नुकसान हो रहा है।
दो आस्थापना कैसे : झामरे ने समझाया कि, मनपा में दो अास्थापना कैसे काम कर रही है। स्वच्छता विभाग में कार्यरत कर्मचारी की मृत्यु होने पर लाड-पागे समिति की सिफारिश के अनुसार उनके वारिस को नौकरी में लिया जाता है। उनकी नियुक्ति प्रक्रिया में शैक्षणिक पात्रता की कोई शर्त नहीं है। दूसरी आस्थापना सामान्य प्रशासन विभाग है। सभी विभागों में सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से नियुक्ति की जाती है।
स्वच्छता विभाग की सेवा में दाखिल होने के बाद सारी उम्र उसी विभाग में रखा जाता है। विभाग के जमादार अथवा स्वास्थ्य निरीक्षक पद पर पदोन्नति का अवसर मिलता है। वहीं सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से सेवा में अनुकंपा नियुक्ति होने पर तीन साल के बाद चतुर्थ श्रेणी से तृतीय श्रेणी पद पर पदोन्नत होने का अवसर मिलता है। विभाग बदलकर स्वच्छता विभाग मे सफाई कर्मचारियों का अधिकारी बन सकता है। स्वच्छता विभाग में शैक्षणिक पात्रता की शर्त नहीं रहने से विभाग बदलकर स्वच्छता विभाग में आए कर्मचारी से ज्यादा पढ़ा-लिखा रहने पर भी उसके अधीनस्थ काम करना पड़ रहा है।
काम लिपिक का, वेतन सफाई कर्मचारी का : एड. झामरे की नजर से मनपा के स्वच्छता विभाग में यह बहुत बड़ा पदोन्नति घोटाला है। पढे-लिखे सफाई कर्मचारियों से लिपिक तथा शैक्षणिक योग्यता अनुसार अन्य काम कराए जाते हैं, लेकिन वेतन सफाई कर्मचारी श्रेणी का दिया जाता है। मनपा के सफाई कर्मचारियों के हो रहे शोषण पर प्रशासन का ध्यान अाकर्षित कर उन्हें न्याय देने की मांग एड. झामरे ने की है।
Created On :   30 Sept 2024 12:53 PM IST