Nagpur News: तुषार गांधी ने कहा- गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं, सेवाग्राम तक निकलेगी संविधान सत्याग्रह पदयात्रा

तुषार गांधी ने कहा- गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं, सेवाग्राम तक निकलेगी संविधान सत्याग्रह पदयात्रा
  • नागपुर से सेवाग्राम तक निकलेगी संविधान सत्याग्रह पदयात्रा
  • गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं

Nagpur News. गांधीवादी संगठनों पर शहरी नक्सली होने के आरोपों को लेकर महात्मा गांधी के पौत्र तुषार गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “गांधीवादी क्रांतिकारी हैं, बंदूकधारी नहीं। सरकार को उनसे अकारण डरने की ज़रूरत नहीं है।” सोमवार को तुषार गांधी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे उसी विचारधारा से जुड़े हैं, जिसने महात्मा गांधी का विरोध किया था। ऐसे में उनका विरोध करना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि “न्याय के लिए संघर्ष करना संवैधानिक अधिकार है। सामाजिक न्याय के संघर्ष में माओवादी भी एक तरह से क्रांतिकारी ही हैं।”

तुषार गांधी ने आगे बताया कि गांधी जयंती के अवसर पर नागपुर से सेवाग्राम तक संविधान सत्याग्रह पदयात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह पदयात्रा डॉ. भीमराव आंबेडकर और महात्मा गांधी के संयुक्त विचारों पर आधारित होगी, जिसमें संविधान, चुनाव प्रणाली, किसानों की आत्महत्या, महंगाई, बेरोजगारी और लोकतांत्रिक मूल्यों जैसे विषय शामिल होंगे।

नागपुर से सेवाग्राम तक निकलेगी संविधान सत्याग्रह पदयात्रा

पदयात्रा में तुषार गांधी, शरद पवार, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। कांग्रेस गठबंधन के अन्य दलों के प्रतिनिधि और विभिन्न सामाजिक संगठन भी इसमें भाग लेंगे। यह यात्रा 29 सितंबर को नागपुर स्थित दीक्षाभूमि से शुरू होकर 2 अक्टूबर को सेवाग्राम आश्रम, वर्धा में समाप्त होगी। तुषार गांधी ने बताया कि इस यात्रा के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि देश आज सामाजिक सौहार्द, लोकतांत्रिक व्यवस्था, मानवीय मूल्यों और साझा संस्कृति के गंभीर संकट से गुजर रहा है। “एक विचारधारा समाज में सांप्रदायिकता का जहर घोल रही है। महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी समस्याएं गहराती जा रही हैं। पदयात्रा के माध्यम से इन मुद्दों पर जनसंवाद होगा।”

पदयात्रा का स्वरूप

  • यात्रा 29 सितंबर से 2 अक्टूबर तक निकाली जाएगी।
  • मुख्य 75 पदयात्री दीक्षाभूमि से सेवाग्राम तक पूरी यात्रा करेंगे।
  • 1 सितंबर से 5 सितंबर तक गूगल फॉर्म के माध्यम से पदयात्रियों का चयन होगा।
  • 2 अक्टूबर को वर्धा से सेवाग्राम तक एक दिन की पदयात्रा में अन्य 81 पदयात्री शामिल होंगे।

सामान्य पदयात्री की संख्या प्रतिदिन तय की जाएगी।

पदयात्रा के समन्वयक : संदेश सिंगलकर, गुड्डी (मुंबई), जगजीत सिंह (नागपुर), अविनाश काकडे (वर्धा), अतुल शर्मा (वर्धा), सुदाम पवार (वर्धा), शरद कदम (मुंबई)

Created On :   1 Sept 2025 10:14 PM IST

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