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Nagpur News: प्रदूषण और मौसम की मार से बिगड़ रही सेहत, गले के संक्रमण के मरीज बढ़े

- मौसम में बदलाव से बढ़ा इन्फेक्शन
- स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी
Nagpur News. शहर में हो रहे लगातार निर्माण कार्यों, खासकर सड़कों और पुलियों के निर्माण से उठ रही धूल व प्रदूषण के साथ मौसम में हो रहे बदलाव ने नागपुरवासियों को परेशान कर दिया है। शहर के अस्पतालों में इन दिनों वायरल फीवर, गले का संक्रमण, खाँसी-जुकाम और सांस लेने में कठिनाई के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सड़क और पुलिया निर्माण बना परेशानी का कारण : नागपुर शहर के कई हिस्सों में सड़क चौड़ीकरण, पुलिया निर्माण और मरम्मत कार्य तेजी से चल रहे हैं। अशोक नगर, पांचपावली, नंदनवन, रेशिमबाग और वाड़ी रोड क्षेत्र में जगह-जगह सड़कों की खुदाई और अधूरे काम के कारण लगातार धूल उड़ रही है। बरसात के बाद सड़कों पर कीचड़ और गड्ढे भी बन गए हैं। इन परिस्थितियों ने न केवल ट्रैफिक को प्रभावित किया है, बल्कि नागरिकों की सेहत पर भी बुरा असर डाला है। सुबह-शाम की हवा में धूलकण ज्यादा होने से गले की खराश, खांसी और एलर्जी की शिकायतें आम हो गई हैं।
मौसम में बदलाव से बढ़ा इन्फेक्शन
मौसम के लगातार बदलते मिज़ाज, कभी धूप तो कभी छाँव की स्थिति के कारण लोगों में गले का संक्रमण (थ्रोट इन्फेक्शन) वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है। बढ़ते मरीजों के कारण अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है। बदलते मौसम में बच्चों और बुजुर्गों पर खास असर देखा जा रहा है। नागरिकों को स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है।
अस्पतालों में बढ़ी भीड़ : मेडिकल कॉलेज, मेयो अस्पताल और निजी क्लीनिकों में सैकड़ों लोग बुखार और गले की तकलीफ की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि वायरल फीवर के साथ गले का इंफेक्शन इस समय सबसे ज्यादा देखा जा रहा है। बच्चों और बुजुर्गों में यह समस्या गंभीर रूप ले रही है। जिले में पिछले 6 महीने में वायरल फीवर, सर्दी-खांसी आदि के 1500 से अधिक, डेंगू के 63, श्वसन संक्रमण व अस्थमा के 800 से अधिक मरीज पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी
बाल रोग विशेषज्ञ, मेडिकल सुपरिटेंडेंट अविनाश गावंडे के मुताबिक नागरिकों से अपील है कि बदलते मौसम में सतर्क रहें। बाहर निकलते समय मास्क पहनें, गुनगुना पानी पिएं और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें। यदि संक्रमण हो जाए तो आराम करें और पौष्टिक भोजन करें। इस मौसम में बाहर का भोजन करने से बचें। बुखार या गले में खराश लगातार बनी रहने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले डेंग्यू के मरीजों की संख्या कम हैं, पर थ्रोट इन्फेक्शन और वायरल फीवर जोर दिखा रहा हैं।
Created On :   1 Sept 2025 7:09 PM IST