धोखाधड़ी: प्रॉपर्टी डीलर ने ले-आउट डालकर बेच डाले प्लॉट

प्रॉपर्टी डीलर ने ले-आउट डालकर बेच डाले प्लॉट
  • 45 लाख में सौदा किया, 4 लाख देकर धोखे से करा ली पावर ऑफ अटर्नी
  • आरोपी के खिलाफ गिट्टीखदान थाने में ठगी का मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर. एक प्रॉपर्टी डीलर ने बिना खेती खरीदे उस पर ले-आउट डालकर सारे प्लॉट बेच डाले। जब यह बात खेती के असली मालिक अशोक और उनकी बहनों को पता चली, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने आरोपी प्रॉपर्टी डीलर प्रमोदकुमार कार्तिकराम राय (39), फ्रेंडस कॉलोनी गिट्टीखदान निवासी के खिलाफ गिट्टीखदान थाने में शिकायत की।

सौदे के दौरान ही प्लॉट बेचना शुरू कर दिए

इस मामले की जांच-पड़ताल तत्कालीन उपनिरीक्षक नितीन विटोले ने की। जांच में पता चला कि, आरोपी ने 45 लाख में अशोक चोखांद्रे की खेती खरीदने के लिए सौदा किया। आरोपी ने अशोक और उनकी दो बहनों को 4 लाख रुपए देकर नक्शा बनवाने के नाम पर पावर ऑफ अटर्नी करा ली। जांच में यह भी सामने आया कि, आरोपी ने सौदेबाजी के दौरान ही बिना खेती खरीदे ही प्लॉट बेचना शुरू कर दिया। आरोपी की यह करतूत उजागर होने पर विटोले ने जांच रिपोर्ट थाने में पेश की। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में आरोपी प्रमोदकुमार राय पर सहायक पुलिस निरीक्षक धोपटे ने धारा 420, 465, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया। आरोपी फरार है।

सवा दो लाख का चेक बाउंस हो गया : पुलिस के अनुसार प्लाॅट नं.-57, आदर्श नगर, खड़गांव, वाड़ी निवासी अशोक दौलत चोखांद्रे (53) ने गिट्टीखदान थाने में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। अशोक की मौजा दाभा में 5.11 एकड़ पैतृक जमीन (खेती) है। उन्हें दो बहनें हैं। पैसों की आवश्यकता के चलते उन्होंने एक मित्र के माध्यम से आरोपी प्रमोदकुमार राय से मुलाकात की। खेती बेचने के बारे में बातचीत के बाद 45 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। प्रमोदकुमार ने टोकन के रूप में 2.25 लाख रुपए का चेक दिया, लेकिन अशोक ने चेक जब बैंक में डाला, तो बाउंस हो गया। अशोक ने बात प्रमोदकुमार को बताई, उसने नकद 50 हजार रुपए अशोक को दिए।

नक्शा बनाने बुलाया और करा ली पावर ऑफ अटर्नी

28 नवंबर 2003 को आरोपी प्रमोदकुमार ने अशोक और उसकी बहनों को तहसील कार्यालय में बुलाया और नक्शा तैयार करने के लिए उनके दस्तावेज पर हस्ताक्षर लिए और 50 हजार रुपए नकद दिए। उसके बाद आरोपी ने उन्हें बिना कुछ बताए बुलाया और ले-आउट के नक्शे के दस्तावेज पर हस्ताक्षर लेकर अशोक को 50 और उनकी दोनों बहनों को भी 50-50 हजार रुपए दिए। इस प्रकार आरोपी ने अशोक व उनकी बहनों को कुल 4 लाख रुपए दिए और उनको झूठी जानकारी देकर परस्पर खेती की पावर ऑफ अटर्नी अपने नाम करा ली। खेती का बिक्रीपत्र किए बिना ही अशोक के खेत में ले-आउट डालकर प्लॉट बेच डाले।

खुद ही बनवा डाले ले-आउट के दस्तावेज : इस प्रकरण की जांच करने वाले पुलिस उपनिरीक्षक विटोले को जांच के दौरान जानकारी सामने आई कि, आरोपी ने वर्ष 2003 के पहले ही अशोक और उसकी बहनों की पैतृक खेती पर ले-आउट डालने का दस्तावेज बनाकर प्लॉट बेचना शुरू कर दिए थे। आरोपी ने सौदे के अनुसार तय रकम भी अशोक और उसकी बहनों को नहीं दी। झूठी जानकारी देकर परस्पर पावर आॅफ अटर्नी कर ली। इस प्रकार आरोपी ने बड़ी ही चालाकी से चोखांद्रे भाई-बहनों से ठगी की।

Created On :   11 Sept 2023 7:14 PM IST

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