सर्वेक्षण के बाद डिजिटल होगा टीकाकरण का ब्योरा

सर्वेक्षण के बाद डिजिटल होगा टीकाकरण का ब्योरा
बच्चों का होगा नियमित टीकाकरण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जीरो टीकाकरण, अधूरे टीकाकरण, टीकाकरण से वंचित आदि बच्चों का नियमित टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए मनपा के सभी स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है। इसके बाद आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन अंतर्गत टीकाकरण का ब्योरा डिजिटल किया जाएगा। यह जानकारी मनपा के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहिरवार ने दी है। शहर के मनपा दवाखाने, सरकारी व निजी अस्पतालों में 7 अगस्त से नियमित टीकाकरण का विशेष अभियान ‘मिशन इंद्रधनुष’ की शुरुआत होगी। मनपा के 10 जोन अंतर्गत 51 यूपीएचसी के माध्यम से यह अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान 17 अगस्त से जोन स्तर पर हाथीपांव रोग औषधोपचार कार्यक्रम चलाया जाएगा।

यू-विन’ पोर्टल से प्रमाणपत्र : केंद्र सरकार द्वारा ‘यू-विन’ पोर्टल शुरू किया गया है। इस पोर्टल पर शहर की गर्भवती माताओं और बच्चों के नियमित टीकाकरण की जानकारी दर्ज होगी। इस पोर्टल से टीकाकरण के बाद मोबाइल पर प्रमाणपत्र डाउनलोड किया जाएगा। साथ ही मोबाइल पर अगली बार टीकाकरण कब करना है, इसकी व टीकाकरण केंद्र की जानकारी मिलेगी। मनपा द्वारा जल्द ही यू-विन पर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। जीरो से दो साल के बच्चों के टीकाकरण को प्राथमिकता दी जाएगी। दो से पांच साल के आयु वर्ग वाले बच्चों को गोवर रुबेला का पहला व दूसरा डोज बाकी होने पर और डीपीटी व ओरल पोलियाे का बूस्टर डोज लेना बाकी हो, तो दिया जाएगा। 6 अगस्त 2018 के बाद जन्म लेने वाले बच्चों काे शामिल किया जाएगा। डॉ. मठपति के अनुसार मलेरिया व हाथी रोग विभाग की ओर से औषधोपचार मुहिम 17 अगस्त से चलाई जाएगी।

टास्क फोर्स की बैठक : शुक्रवार को मनपा के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के टास्क फोर्स की बैठक में विविध बीमारियों को लेकर चर्चा हुई। मनपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहिरवार, अतिरिक्त चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय जोशी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहम्मद साजिद, शिक्षाधिकारी राजेंद्र पुसेकर, प्रजनन व बाल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सरला लाड, विश्व स्वास्थ्य संगठन की समन्वयक डॉ. भाग्यश्री त्रिवेदी, मलेरिया व हाथी रोग अधिकारी डॉ. मंजूषा मठपति समेत डॉ. प्रीति झरारिया, डॉ. भिवगडे, डॉ. वसुंधरा भोयर समेत स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित थे।

बाल मृत्यु दर कम करने पर जोर : स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाल मृत्यु दर व बीमारियों का प्रमाण कम करने के लिए बच्चों का टीकाकरण करना जरूरी है। टीकाकरण बीमारियों की रोकथाम व प्रतिबंध के लिए प्रभावी उपाय है। हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में पता चला है कि अधूरा टीकाकरण व जीरो टीकाकरण के कारण बच्चे बीमार पड़ते हैं। बाल मृत्यु में इनकी संख्या अधिक होती है, इसलिए सरकार ने इस साल के अंत तक गोवर रुबेला बीमारी को नियंत्रित करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अगस्त महीने से 3 चरणों में मिशन इंद्रधनुष 5.0 चलाया जाएगा। पहला चरण 7 से 12 अगस्त, दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर और तीसरा चरण 9 से 14 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।

Created On :   29 July 2023 6:03 PM IST

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