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ढुलमुुल कामकाज: पुरातात्विक पुराने हाई कोर्ट की इमारत का जीर्णोद्धार साढ़े तीन साल बाद भी अधूरा
डिजिटल डेस्क, नागपुर । पुरातात्विक धरोहर व शहर की प्रथम केंद्रीय संरक्षित इमारत पुराना हाई कोर्ट के जीर्णोद्धार का काम साढ़े तीन साल बाद भी पूरा नहीं हो सका। इस इमारत को सुरक्षित व पूर्ववत तैयार करने में कितना वक्त लगेगा, यह प्रश्न अनसुलझा है। भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक प्रो. किशोर बासा ने कहा कि पुरातात्विक इमारत का जीर्णोद्धार लंबी प्रक्रिया है। हाई कोर्ट की इमारत के ऐतिहासिक महत्व को बरकरार रखते हुए उसे पूर्ववत बनाने के लिए पत्थरों व टाइल्स की तलाश की जा रही है। इस इमारत में लगी टाइल्स जैसी टाइल्स नहीं मिली है।
माना-देश भर में कई स्मारक संरक्षित नहीं : इसके अलावा मार्कंण्डा सहित विदर्भ के अनेक भागों में स्थित पुरातात्विक धरोहरों के संरक्षण को प्राथमिकता देने की उन्होंने बात कही। यह भी माना कि विदर्भ सहित देश भर में कई स्मारक संरक्षित नहीं है। एएसआई नागपुर की प्रागैतिहासिक शाखा द्वारा सिविल लाइंस स्थित एएसआई कार्यालय में सोमवार को आयोजित ‘प्रागैतिहासिक क्षेत्र प्रशिक्षण 3 दिवसीय कार्यशाला’ के शुभारंभ अवसर पर बतौर प्रमुख अतिथि वे बोल रहे थे।
रॉक आर्ट का नया खंड नागपुर में : इस अवसर पर नागपुर के भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग में नया खंड रॉक आर्ट खोलने की घोषणा प्रो. किशोर बासा ने की। पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि रॉक आर्ट का विशेष सेक्शन बनाया जा रहा है तथा रॉक आर्ट का मुख्यालय नागपुर में ही रहेगा। कार्यशाला के शुभारंभ समारोह में बताैर विशेष अतिथि एएसआई के अतिरिक्त महानिदेशक आलोक त्रिपाठी ने उपस्थितों को संबोधित किया।
3 दिवसीय कार्यशाला : इस अवसर पर एएसआई के डॉ. के. लूर्डसामी, टी. अरुण राज, डॉ नंदिनी बी. साहू, डॉ प्रवीण कुमार मिश्रा आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। कार्यशाला का प्रस्तावना रमेश मूलमणी ने रखी। इस 3 दिवसीय कार्यशाला में सैद्धांतिक और क्षेत्रीय सत्र रखे गए हैं। कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज विद्यापीठ नागपुर के प्रो. प्रभास साहू ने ‘रॉक आर्ट: पुरातत्व में एक उभरता हुआ क्षेत्र’ विषय पर व्याख्यान दिया, डॉ. नंदिनी भट्टाचार्य साहू ने ‘गेविलगढ़ रॉक शेल्टर्स’ पर संबोधित किया तथा प्रागैतिहासिक शाखा के अधीक्षण पुरातत्ववेत्ता रमेश मुलिमानी ने प्रागैतिहास के विविध पहलू पर व्याख्यान दिया।
Created On :   3 Oct 2023 2:50 PM IST