गिरफ्तारी: वर्धा रेलवे स्टेशन के पुराने ब्रिज पर मंगलसूत्र छीनकर भाग रहे आरोपी को पकड़ा

वर्धा रेलवे स्टेशन के पुराने ब्रिज पर मंगलसूत्र छीनकर भाग रहे आरोपी को पकड़ा
  • सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया आरोपी
  • महिला की पीछा करते हुए और मंगलसूत्र झपटते हुए दिखा
  • आरोपी के पास से बरामद किया टूटा हुआ मंगलसूत्र

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मध्य रेलवे नागपुर मंडल के वर्धा रेलवे स्टेशन के पुराने ब्रिज पर एक महिला के गले का मंगलसूत्र छीन कर भाग रहे आरोपी को आरपीएफ वर्धा टीम ने पकड़ा। बाद में उसे जीआरपी वर्धा को सौंप दिया। सोमवार की रात करीब 8.52 बजे उप निरीक्षक जनरल ड्यूटी पर तैनात थे। इस बीच वर्धा रेलवे स्टेशन पार्सल ऑफिस के पास स्थित पुराने ब्रिज से -"चोर-चोर’ की आवाज सुनाई दी। इस पर उप निरीक्षक और आरक्षक ने आरोपी का पीछा किया और उसे बजाज चौक के पास गिरफ्तार किया। पीड़ित महिला रोहिणी शंकर नेवारे ने बताया कि जब वह दयाल नगर की ओर जा रही थी, तब आरोपी ने उसके मुंह पर पावडर फेंका और उसके गले से मंगलसूत्र छीनकर भाग गया। आरोपी की पहचान सफेद रंग की शर्ट पहने व्यक्ति के रूप में की गई। पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज की जांच में आरोपी महिला के गले से मंगलसूत्र छीनते और महिला का पीछा करते हुए स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। आरोपी के पास से एक टूटा हुआ मंगलसूत्र बरामद किया गया, जिसका वजन लगभग 4 ग्राम है और पीड़ित महिला द्वारा इसकी पहचान की गई। मंगलसूत्र में 17 छोटे मोती, 2 मध्यम आकार के मोती और एक डोरल शामिल हैं, जिसकी कीमत लगभग 10,000 रुपए है। आरोपी को चिकित्सा परीक्षण के बाद आवश्यक दस्तावेजों के साथ जीआरपी वर्धा को सुपुर्द कर दिया गया। जीआरपी वर्धा मामले की जांच कर रही है।

रेलवे स्टेशन पर नकली नोट चलाने वाला गिरोह पकड़ाया : रेलवे स्टेशन पर भीड़ का फायदा उठाकर 500 रुपए की नकली नोट चलाने का प्रयास करने वाले एक गिरोह का रेलवे पुलिस ने पर्दाफाश किया। गिरफ्तार आरोपियों में लखफर अखलू मंडल (42), मामून लखपर मंडल (19), इंद्रजीत रामचरण मंडल (33), संतोष पांचू मंडल (32) मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल, यमुनाकुमार वामननाथ प्रसाद (35) मोरया कॉलोनी गणपति मंदिर के पास, मावल पुणे , किशोर रघुनाथ शिंदे (32) चाकण, पुणे आैर शशिकला उर्फ सानिका प्रकाश दाैडकर (42) विशालगड चाकण, पुणे निवासी का समावेश है।

ऐसे हुआ खुलासा : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत 3 अप्रैल को सुबह इस गिरोह के लखफर मंडल ने नागपुर रेलवे स्टेशन पर तिवारी नामक वेंडर से भोजन की थाली खरीदी। उसे 500 रुपए का नोट देकर 450 रुपए वापस लिया और जल्द निकल गया। इसके चलते तिवारी को उस पर संदेह हुआ। तिवारी ने उस नोट की जांच-पड़ताल की तो नकली निकली। उसने रेलवे पुलिस को इसकी जानकारी दी। रेलवे पुलिस ने खोजबीन कर आरोपी लखफर मंडल को पकड़ा। लखफर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि पुणे में ऐसी ही नकली नोट चलाने वाले गिरोह सक्रिय हैं। रेलवे पुलिस इस गिरोह को पकड़ने के लिए करीब डेढ़ माह से प्रयास कर रही थी। आखिरकार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। रेलवे के पुलिस अधीक्षक अक्षय शिंदे आैर उपविभागीय पुलिस अधिकारी पांडुरंग सोनवणे के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। रेलवे पुलिस थाने की पुलिस निरीक्षक मनीषा काशिद के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक नीलम डोंगरे, हवलदार संजय पटले, पुष्पराज मिश्रा, सतीश बुरडे, प्रवीण खवसे, अमोल हिंगवे, मजहर अली, रोशन मोंगरे, समीर खाडे, बबलू वरठी, विशाल मिश्रा, रोशना डोये आदि ने कार्रवाई की।

और होंगे खुलासे गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए रेलवे पुलिस करीब डेढ़ माह से अलग- अलग ठिकानों पर दबिश दे रही थी। आरोपियों का यह गिरोह भीड़ वाली जगह पर नकली नोट चलाने का काम करता था। गिरोह अपने मकसद में कितना कामयाब हुआ है और अब तक कितनी नकली नोट बाजार में चला चुके हैं इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।

Created On :   15 May 2024 4:44 PM IST

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