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गिरफ्तार आतंकी "पाशा' के सीने में उठा दर्द
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कर्नाटक की बेलगांव जेल में बंद रहे आतंकी बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ "अफसर पाशा' ने सीने में दर्द उठने की बात की ताे उससे आनन-फानन में मेडिकल अस्पताल ले जाकर ईसीजी कराई गई। ईसीजी नार्मल होने पर पुलिस ने राहत भरी सांस ली। पाशा को केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को आरोपी जयेश पुजारी से धमकी दिलवाने का मास्टर माइंड माना जा रहा है।
सउदी अरब में शामिल हुआ था आतंकी संगठन में : पुलिस के अनुसार बंग्लुरु में पैदा हुआ "अफसर पाशा' सातवीं कक्षा तक पढ़ा है। उसके पिता मजदूरी करते हैं। सउदी अरब में नौकरी करने के दौरान वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा। आतंकी बनने से पहले पाशा बंग्लुरु में चारपहिया वाहनों के "रेडिएटर' दुरुस्ती का काम करता था। वह सउदी अरब जाने के बाद करीब 3 साल उसने "रेडिएटर'दुरुस्ती का काम किया। इसके बाद आतंकी संगठन में शामिल हुआ। उसे भारत में वापस आने पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई। वह संगठन के लिए फंडिंग जुटाने के साथ ही जम्मू-कश्मीर में आतंकी लडाकों की रिक्रूटमेंट की जिम्मेदारी भी संभालाता था। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि, आतंकी अफसर पाशा जेल जाने से पहले नागपुर में एक से अधिक बार आ चुका है।
मरीज परेशान हुए : सूत्रों के अनुसार सीने में दर्द उठने की बात करने पर सोमवार को रात करीब 8 बजे धंतोली पुलिस के 30 जवान तगड़े बंदोबस्त में पाशा को लेकर मेडिकल अस्पताल पहुंचे, जहां उसकी ईसीजी कराई गई। उसकी ईसीजी नॉर्मल पाई गई है। उसे मेडिकल के आकस्मिक कक्ष में लाने के बाद कुछ समय के लिए बाकी मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
पूछताछ में नपे-तुले जवाब दे रहा : अफसर पाशा को उसके एक रिश्तेदार ने सउदी अरब में रेडिएटर मैकनिक की नौकरी दिलाने में मदद की थी। वर्ष 2006 से वह आतंकी गतिविधियों में सक्रिय हुआ था। यदि गडकरी से फिरौती की रकम मिल जाती, तो वह स्लीपर सेल तैयार कर लेता। अफसर पाशा कोल्ड माइंड वाला व्यक्ति है। वह पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों का नपे-तुले शब्दों में जबाब देता है।
बांग्लादेश में लिया बम बनाने का प्रशिक्षण : अफसर पाशा ने बम बनाने का प्रशिक्षण बांग्लादेश में लिया था। प्रशिक्षण के बाद उसने बांग्लादेश में एक कार शो-रूम में बम विस्फोट करने की जिम्मेदारी संभाली थी। इस विस्फोट में सफल होने के बाद उसे आतंकी संगठन ने उसे नए सदस्य तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी। उसने नए सदस्यों के परिजनों के लिए लाखों रुपए की मदद देकर उन्हें आतंकी संगठन में शामिल करने का काम भी किया।
कोर्ट के आदेश पर एनआईए को सौंपेगी पुलिस : पुलिस आयुक्त का कहना है कि, जयेश और अफसर पाशा के बीच सहभाग दिखाई देने पर अब पाशा को गिरफ्तार किया गया है। इस प्रकरण में आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है। एनआईए के पुलिस स्टेशन मुंबई में धंतोली थाने में दर्ज मामले को दोबारा पंजीबद्ध किया गया है। यह लोग टेरर मॉडल्यूलर के पार्ट रहे हैं। एनआईए के विशेष न्यायालय में आवेदन किया गया है। न्यायालय ने इस मामले से जुड़े जांच के दस्तावेज मांगे हैं। न्यायालय का आदेश मिलने पर जयेश और पाशा को एनआईए के हवाले कर दिया जाएगा।
Created On :   18 July 2023 5:27 PM IST