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महाठग राकेश खुराना ने सीपी क्लब में पानी की तरह बहाया पैसा
डिजिटल डेस्क, नागपुर । वेकोलि सहित अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले महाठग राकेश खुराना के कारनामे पुलिस जांच में एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। क्राइम ब्रांच की आर्थिक विंग की टीम के एक जांच अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, राकेश खुराना सीपी क्लब में पानी की तरह पैसा बहाता था। क्लब से उसके खान-पान का ब्यौरा निकाला गया, तो माथा चकरा गया। खुराना ने करीब 19 लाख रुपए शराब और खानपान पर खर्च कर डाले थे। पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद व उपअधीक्षक राजेंद्र निकम के मार्गदर्शन में आर्थिक विंग के प्रमुख शांताराम मूंदमाली के नेतृत्व में प्रकरण की जांच शुरू है। अलग-अलग दस्ते इस मामले की जांच में जुटे हैं।
तीन मेंबरशिप कार्ड का उपयोग करता था : राकेश खुराना सीपी क्लब में दरअसल तीन मेंबरशिप कार्ड का उपयोग करता था। एक कार्ड उसके नाम पर और दो कार्ड उसके बेेटे अभिषेक और अभिनव के नाम पर बने थे। वर्ष 2015 से गिरफ्तारी होने तक खुराना ने क्लब में करीब 19 लाख रुपए खर्च किए, जिसमें राकेश खुराना के कार्ड पर 17.31 लाख से अधिक, अभिषेक के कार्ड पर 1.81 लाख से अधिक और अभिनव के कार्ड पर 1.44 लाख रुपए से अधिक खर्च किए गए। इस प्रकार तीनों कार्ड पर करीब 19 लाख से अधिक रुपए खर्च करने का रिकॉर्ड पुलिस के पास मौजूद है।
पुलिस को रिकॉर्ड हासिल करने नाको चने चबाने पड़े : सीपी क्लब में राकेश खुराना का उक्त रिकॉर्ड खंगालने के लिए पुलिस को ‘नाको चने चबाने’ पड़े, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड हासिल करने में कामयाबी रही। रिकॉर्ड के लिए पुलिस को क्लब के अंदर तक जाने से रोक दिया गया था। कानूनी प्रक्रिया का उपयोग कर पुलिस ने यह जानकारी क्लब से हासिल की है। खुराना सीपी क्लब परिसर में उम्मीदवारों की परीक्षा लेता था और उन्हें प्रश्न पत्र देता था, जो उम्मीदवारों 3 लाख रुपए लेकर आता था, उसके बाद आगे की प्रक्रिया को पूरा करता था।
300 से अधिक उम्मीदवारों की तीन सूची हाथ लगीं :जांच टीम को खुराना के कड़बी चौक स्थित फ्लैट में छापे के दौरान उम्मीदवारों के नामों की तीन सूचियां हाथ लगी थीं। इसमें पहली सूची में 105, दूसरी में 96 और तीसरी सूची में भी 96 उम्मीदवारों के नाम हैं। तीनों सूचियों में मिले उम्मीदवारों के नामों को जोड़कर देखा जाए, तो 300 से अधिक उम्मीदवारों के नामों की सूची पुलिस के हाथ लगी है।
करीब 35 करोड़ की ठगी का अनुमान : राकेश खुराना द्वारा प्रत्येक उम्मीदवार से 3 लाख के हिसाब से करीब 35 करोड़ की ठगी करने का अनुमान पुलिस लगा रही है, इसमें से 10.78 करोड़ की ठगी का मामला उजागर हो चुका है। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, जब राकेश खुराना और उसके साथियों पर जब ठगी का मामला दर्ज हुआ और उसकी जांच-पडताल शुरू की गई, तब ऐसे भी खुलासे सामने आए, जिसमें कुछ लोगों ने उसे उधार पैसे लेकर दिए और नौकरी नहीं मिलने उनमंे से कुछ लोगों को आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाले कुछ और भी लोग थे, लेकिन उनके परिजन कभी सामने नहीं आए।
60 मिनट की परीक्षा में 25 प्रश्न पूछे जाते थे :राकेश खुराना विदर्भ के अलावा कोलकाता, गुजरात, मुंबई सहित अन्य राज्यों के कई बेरोजगारों से ठगी कर चुका है। वह उम्मीदवारों को सीपी क्लब परिसर में बुलाकर 60 मिनट की समयावधि में 25 प्रश्न पूछकर उनकी परीक्षा लेता था। किसी को शक न हो इसलिए वह एक साथ उम्मीदवार को बुलाने के बजाय इक्का-दुक्का बुलाता था। प्रश्न पत्र में सारे सवाल जनरल नॉलेज से जुड़े होते थे। प्रश्न पत्र में देश के नामी नेताओं के बारे में पूछा गया, ऐसे कई प्रश्न पत्र भी पुलिस ने जब्त किए हैं। किसी उम्मीदवार को शक होने पर वह कह देता था कि, सब सेटिंग से काम हो रहा है, इसलिए क्लब में पैसे लेकर आने पर परीक्षा लेता हूं।
उम्मीदवार उत्तीर्ण होने की 4 फर्जी सूची भी मिलीं : पुलिस के हाथ उम्मीदवारों के नामों की 4 सूची भी लगी है, जिसमें वह उन्हें उत्तीर्ण बताया करता था, जब पुलिस ने वेकोलि से इस सूची का मिलान किया, ताे वेकोलि ने साफ इनकार कर दिया कि, उनकी परीक्षा लेने या सूची जारी करने की ऐसी कोई प्रक्रिया ही नहीं है। पुलिस ने जब आरोपियों की करतूतों के बारे में अवगत कराया, तो वेकोलि केे वरिष्ठ अधिकारियों ने नागरिकों को सचेत करने के लिए नोटिस जारी कर एक प्रति कार्यालय के फलक पर चस्पा कर दी थी।
Created On :   19 July 2023 11:47 AM IST