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आदिवासी आश्रमशालाओं में हर तीन महीने में ली जाएगी परीक्षा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आदिवासी आश्रमशालाओं में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। आने वाले दो साल में सभी आश्रमशालाओं का निर्माणकार्य पूरा किया जाएगा। आश्रमशालाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए सरकार की तरफ से विशेष कार्यक्रम चलाया जाने वाला है। इसके अंतर्गत हर दो महीने में विद्यार्थियों ने क्या पढ़ा और हर तीन महीने में शिक्षकों ने क्या पढ़ाया, इसकी परीक्षा ली जाएगी। ऐसा आदिवासी विकास मंत्री डॉ. विजयकुमार गावित ने कहा।
प्रतिभाओं को आगे लाएंगे
नागपुर एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प अंतर्गत हिंगना तहसील के कवडस गांव में शासकीय माध्यमिक व उच्च माध्यमिक आश्रमशाला के छात्रावास की प्रस्तावित इमारत के भूमिपूजन कार्यक्रम अवसर पर वे बोल रहे थे। इस अवसर पर जिप की अध्यक्ष मुक्ता कोकडे, आदिवासी विभाग के अपर आयुक्त रवींद्र ठाकरे, अभियंता उज्जवल डाबे, पंचायत समिति सभापति सुषमा कावडे, सरपंच उषा सावले आदि उपस्थित थे। डॉ. गावित ने कहा कि आश्रमशालाओं में विद्यार्थी, शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमीट्रिक व फेस रीडिंग प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। प्रतिभावान विद्यार्थियों की प्रतिभा का अाकलन करने उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से विविध सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। कवडस की आश्रमशाला के छात्रावास निर्माण के लिए 12 करोड़ 33 लाख रुपए मंजूर हो चुके है। 2217. 06 वर्ग मीटर में निर्माणकार्य किया जाएगा।1974 में स्थापित इस आश्रमशाला में 5वीं से 12वीं तक 304 विद्यार्थी अध्ययन ले रहे हैं।
Created On :   6 May 2023 3:13 PM IST