कांग्रेस के 138 वर्ष: संघ व भाजपा सामाजिक न्याय के विरोध में, इसलिए जातिगत जनगणना का विरोध

संघ व भाजपा सामाजिक न्याय के विरोध में, इसलिए जातिगत जनगणना का विरोध
‘हैं तैयार हम’ रैली से जाएगा देश भर में संदेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस के 138 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 28 दिसंबर को नागपुर में आयोजित ‘हैं तैयार हम’ रैली की जानकारी देते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि इस रैली के जरिये भ्रष्टाचार मुक्त भारत, अन्याय मुक्त भारत, किसानों को न्याय देने, रोजगार देने और लोकतंत्र बचाने का संदेश देशभर में दिया जाएगा। 1920 में कांग्रेस के खिलाफ असहयोग आंदोलन की हुंकार के अलावा इंदिरा गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव नागपुर में ही पास हुआ था। इसलिए नागपुर की यह रैली आगामी चुनाव के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। इस रैली में भी कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किॅए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सामाजिक-आर्थिक समानता की पक्षधर है। रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में इसका प्रस्ताव भी पारित किया गया था। इसलिए जातिगत जनगणना के जरिये ही समानता ही लाई जा सकती है, लेकिन संघ और भाजपा इसके विरोध में है। विचारधारा का यह फर्क स्पष्ट दिख रहा है। पत्र-परिषद में पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार, पूर्व मंत्री सतीश चतुर्वेदी, विधायक व पूर्व पालकमंत्री नितिन राऊत, विधायक अभिजीत वंजारी, प्रदेश प्रवक्ता अतुल लोंढे, नाना गावंडे, राजा तिडके उपस्थित थे।

जनता को ईवीएम पर संदेह : इंडिया आघाड़ी में शामिल दलों पर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने कहा कि कांग्रेस के बिना यह लड़ाई बेमानी है। इंडिया आघाड़ी में जो दल शामिल हुए हैं, वे ईडी, आईटी या सीबीआई के डर से नहीं लोकतंत्र बचाने आगे आए हैं। फिलहाल जनता में ईवीएम को लेकर संदेह और अविश्वास है। चुनाव आयोग को बैलेट पेपर से चुनाव कराने चाहिए। गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने ईवीएम पर संदेह जताते हुए यही मांग की थी।

प्रधानमंत्री, गृहमंत्री का सम्मान : भाजपा नेता विनोद तावडे ने राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेने के बयान पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि हम भी कह सकते है िक हम मोदी, शाह, गडकरी, फडणवीस को गंभीरता से नहीं लेते। लेकिन प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का हमें आदर है। उनके पद का सम्मान होना चाहिए। कांग्रेस को 2004, 2009 में बहुमत मिला। चाहती तो सोनिया गांधी प्रधानमंत्री बन सकती थीं। लेकिन विपक्ष की भावना का सम्मान करते हुए उन्होंने पद अस्वीकारा। लेकिन यह मौजूदा केंद्र सरकार विपक्ष को सुनने को तैयार नहीं है। इससे समझ में आता है कि उन्हें लोकतंत्र मान्य नहीं है।

जाति-जाति में आग लगा रही सरकार : पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में जो आग लगी है, वह सरकार समर्थित है। जाति-जाति में आग लगाने का काम किया जा रहा है। किस आधार पर आरक्षण दिया जाएगा, इस पर अधिवेशन में चर्चा की मांग की गई, लेकिन चर्चा तक नहीं की गई। सरकार ने अभी तक भूमिका स्पष्ट नहीं की। विपक्ष को विदर्भ पर प्रस्ताव लाने नहीं दिया गया। खुद लाया तो उस पर भी सरकार ने चर्चा नहीं की। बजट के समकक्ष पूरक मांगें मंजूर की जा रही है। इससे समझा जा सकता है कि कर्ज कितना बढ़ गया है।

मैदान को भारत जोड़ो नाम : 28 दिसंबर को दिघोरी नाका स्थित जिस मैदान पर कांग्रेस की रैली होने जा रही है, उसे भारत जोड़ो मैदान नाम दिया गया है। नाना पटोले ने कहा कि दोपहर 2 बजे यह रैली होगी। शहरवासियों को दिक्कतें न हो, इसलिए इसे शहर से बाहर रखा गया है। अधिवेशन में शहरवासियों की दिक्कतों को देखा गया है। रैली में 9 से 10 लाख लोगों के आने की अपेक्षा है। लेकिन यह मैदान पर निर्भर है, वहां कितने लोग जुटते हैं।

Created On :   26 Dec 2023 8:43 AM GMT

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