निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस व बजाज फाइनेंस के चक्कर में उलझा पीड़ित, नहीं कोई सुनवाई

निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस व बजाज फाइनेंस के चक्कर में उलझा पीड़ित, नहीं कोई सुनवाई
  • ऑपरेशन का क्लेम पाने भटक रहा पॉलिसी धारक
  • निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस व बजाज फाइनेंस के चक्कर में उलझा पीड़ित
  • नहीं कोई सुनवाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर. लोन लेते ही जबरन फाइनेंस कंपनियां बीमा कराती हैं, वह भी ऋण ली गई राशि से ही कटौती कर प्रीमियम जमा किया जाता है। उसके बाद भी पॉलिसी धारक को जरूरत पड़ जाए तो उसे बीमा कंपनी से किसी भी तरह की मदद नहीं मिलती है। ऐसी एक शिकायत नहीं, बल्कि सैकड़ों पीड़ित अपनी शिकायत लेकर भटक रहे हैं, पर उनकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है।

अचानक भुगतान दिलाने से मना कर दिया

अशोक कुमार मिश्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने बजाज फाइनेंस से लोन लिया है। फाइनेंस कंपनी के द्वारा लोन राशि से ही निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से तीन वर्ष का बीमा करा दिया गया। पॉलिसी क्रमांक 113003821088 का कैशलेस कार्ड भी मिला। उनका अप्रैल 2023 में अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया। गंभीर अवस्था में निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती होना पड़ा। इलाज के दौरान बीमा कंपनी ने कैशलेस नहीं किया। ऑपरेशन के बाद सारे बिल व रिपोर्ट बजाज फाइनेंस कंपनी के मैनेजर को दिए और क्लेम पास कराने के लिए बीमा कंपनी को भेजने का आग्रह किया। मैनेजर ने जल्द भुगतान दिलाने का वादा किया और फिर अचानक भुगतान दिलाने से मना कर दिया। उसने सीधे निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारियों से मिलने की सलाह दी। पीड़ित का कहना है कि उनके गांव में कंपनी नहीं है और वृद्ध होने के कारण वे कहीं जा भी नहीं सकते हैं। बीमित का आरोप है कि उसके साथ गोलमाल किया गया है और वे अब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में मामले की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाएंगे।

इस नंबर पर समस्या बताएं

स्वास्थ्य बीमा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या आपके साथ भी है, तो आप दैनिक भास्कर के मोबाइल नंबर - 9422165556 पर वाट्सएप कर सकते हैं, जरूरी प्रमाण भी भेजें।

Created On :   23 Jun 2023 6:21 PM IST

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