तंज: पकौड़े का धंधा हो रहा मंदा- बढ़ती बेरोजगारी पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा

पकौड़े का धंधा हो रहा मंदा- बढ़ती बेरोजगारी पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा
  • कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा
  • बढ़ती बेरोजगारी पर कसा तंज
  • पकौड़े का धंधा हो रहा मंदा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. कांग्रेस ने देश में बढ़ती बेरोजगारी पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि आज देश में ‘पकौड़े’ भी कम बिक रहे हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सरकार द्वारा कराए गए वर्ष 2022-23 के आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि यह सही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘पकौड़े’ का ठेला लगवाने के अपने वादे को पूरा किया है, लेकिन यह धंधा भी आज मंदा है।

जयराम रमेश ने पीएलएफएस के हवाले से बताया कि स्व-रोजगार के लिए मजबूर होने वाले लोगों का अनुपात आज 57 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर है, जो पांच साल पहले 52 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि स्व-रोजगार करने वालों के पकौड़े भी कम बिक रहे हैं। पिछली 4 तिमाहियों में उनकी मासिक आय 9.2 प्रतिशत गिरकर 12,700 रूपये से 11,600 रूपये रह गई है। रमेश ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री ने 2018 में बढ़ती बेरोजगारी के सवाल पर कहा था कि पकौड़े का ठेला लगाना भी एक अच्छा रोजगार है।

5 प्रतिशत गिरी है दिहाड़ी मजदूरों की आय

कांग्रेस नेता ने कहा कि यहां तक कि ग्रामीण इलाकों में दिहाड़ी मजदूरों की दैनिक आय भी लगभग 5 प्रतिशत कम होकर 388 रूपये रह गई है। इसी प्रकार नियमित रूप से वेतन पाने वाले श्रमिकों का अनुपात 24 प्रतिशत से गिरकर 21 प्रतिशत हो गया है, जो मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग मंे व्याप्त व्यापक संकट को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि 1991 में अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बाद से अच्छी तनख्वाह वाली नौकरियों का भारतीयों का सपना 2014 में यूपीए सरकार के जाते ही टूट गया है। अब आने वाली इंडिया गठंधन की सरकार ही इस भयावह स्थिति को बदल सकती है।

Created On :   12 Oct 2023 1:54 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story