मौसम जनित कारणों के चलते महाराष्ट्र में किसानों ने टमाटर की बुआई में नहीं ली दिलचस्पी

- मौसम जनित कारण
- कीमतों पर नियंत्रण पाने टोमेटो ग्रैंड चैलेंज हैकाथॉन
- महाराष्ट्र में किसानों ने टमाटर की बुआई में नहीं ली दिलचस्पी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टमाटर की कीमतों ने पूरे देश में आम आदमी को लाल कर रखा है। उपभोक्ता मामले विभाग के मूल्य निगरानी प्रभाग के मुताबिक शनिवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर में टमाटर की अधिकतम खुदरा कीमत 123 रुपये किलों रही, जो देश में सबसे ज्यादा थी।
महाराष्ट्र के कृषि क्षेत्र के विश्लेषक दीपक चव्हाण कहते है कि महाराष्ट्र में टमाटर के बढ़े दामों के पीछे तीन प्रमुख कारण है। वे बताते है कि राज्य में टमाटर की खेती क्षेत्र में कमी आई है, दूसरा तेज गर्मी और तीसरी वजह सीएमओ वायरस का कहर। इसके कारण किसानों ने टमाटर का उत्पादन लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। 2022 में केवल 843 हेक्टेयर में टमाटर की पेराई हुई।
टमाटर के बढते दामों को लेकर उपभोक्ता मामले विभाग के मूल्य निगरानी प्रभाग की संयुक्त निदेशक लालरामदिनपुई रेन्थलेई का कहना है कि हर साल नई आवक नहीं आने तक इस सीजन में टमाटर की कीमतें बढ़ जाती है। अनियमित बारिश के कारण टमाटर की फसल भी बर्बाद हुई है। टमाटर की नई फसल के आते ही कीमतें सामान्य हो जायेंगी।
हालांकि, केंद्र सरकार टमाटर की कीमतों में उछाल को अस्थायी और मौसम जनित बता रही है। लेकिन सवाल यह है कि प्राकृतिक आपदाएं आती रहेंगी तो उपाय क्या है? दरअसल, देश में किसी भी सब्जी को प्रोसेस करके अगले मौसम तक संभाल कर रखने वाला इंतजाम फिलहाल किसी राज्य में मजबूत नहीं है। देश में आज भी कृषि उत्पादों का सिर्फ 10 प्रतिशत हिस्सा ही प्रोसेस करके सुरक्षित रखने की व्यवस्था उपलब्ध है। इसमें सब्जियों का केवल 2.70 प्रतिशत हिस्सा ही प्रोसेस करके मुश्किल समय में सुरक्षित रखने का इंतजाम देश में हो पाया है।
कीमतों पर नियंत्रण पाने टोमेटो ग्रैंड चैलेंज हैकाथॉन
देश के सामने इस बड़ी चुनौती के रहते सरकार ने टमाटर की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने की कवायद के तहत टोमेटो ग्रैंड चैलेंज हैकेथॉन की शुरुआत की है जिसमें जनता से पिछले कुछ हफ्तों में बढी टमाटर की कीमतों को कम करने के लिए नए सुझाव मांगे है। इस प्रतियोगिता में छात्र, रिसर्च स्कॉलर, शिक्षक, इंडस्ट्री, उद्योग के व्यक्ति सहित अन्य लोग भाग ले सकते है, जो टमाटर के उत्पादन, प्रोसेसिंग और स्टोरेज क्षमता बढाने को लेकर अपने सुझाव उपभोक्ता मामले विभाग की वेबसाइट पर भेज सकते है।
Created On :   2 July 2023 4:02 PM IST