रूस-यूक्रेन युद्ध के बाजवूद देश में उर्वरकों की कीमत नियंत्रण में रही

रूस-यूक्रेन युद्ध के बाजवूद देश में उर्वरकों की कीमत नियंत्रण में रही
  • देश में उर्वरकों की कीमत नियंत्रण में रही
  • 2022-23 में 2,54,798 करोड़ रूपये की उर्वरक सब्सिडी दी गई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. केन्द्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध का कृषि उर्वरकों की वैश्विक आपूर्ति पर व्यापक असर पड़ा है। इससे उर्वरकों की उपलब्धता में कमी आई तथा उर्वरकों और इसके कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि हुई। इसके बावजूद भारत सरकार ने सब्सिडी की मात्रा में वृद्धि करके उचित कीमतों पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित की है। डाॅ मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में शिवसेना सांसद राहुल शेवाले के एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020-21 में उर्वरकों की सब्सिडी पर 1,57,640 करोड़ रूपये व्यय किए गए जो 2022-23 में बढ़कर 2,54,798 करोड़ रूपये हो गए। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार ने उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक करारों और संयुक्त उद्यमों की भी व्यवस्था की है। डॉ मांडविया ने बताया कि किसानों को यूरिया सांविधिक रूप से अधिसूचित अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर उपलब्ध कराया जाता है। यूरिया की 45 किलोग्राम बोरी की एमआरपी 266 रूपये है, जबकि पीएंडके उर्वरकों के लिए सरकार ने रबी 2022-23 के लिए पोषकत्व आधारित सब्सिडी योजना की संशोधित दरों और खरीफ 2023 के लिए नई दरों को मंजूरी प्रदान की है। भारत में यूरिया की लागत पड़ोसी देशों से कम इस समय भारत में यूरिया की लागत 5,911 रूपये प्रति मीट्रिक टन है। जबकि पाकिस्तान में यूरिया की लागत 63,166 रूपये प्रति मीट्रिक टन, चीन में 42,524 रूपये प्रति मीट्रिक टन और बांग्ला देश में यूरिया की लागत 12,551 रूपये प्रति मीट्रिक टन है।

Created On :   4 Aug 2023 8:35 PM IST

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