एमजी मोटर ने भारत में 5 वर्ष के लिए रोडमैप का किया एलान, अधिकांश हिस्सेदारी होगी भारतीयों के पास

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. एमजी मोटर ने अपने कारोबार की संचालन प्रक्रियाओं का भारतीयकरण करने के मकसद से पांच साल के लिए अपने बिजनेस रोडमैप की घोषणा की है। इसके तहत कंपनी में शेयर होल्डिंग घटाई जाएगी। अगले 2 से 4 सालों में अधिकांश हिस्सेदारी भारतीयों के पास होगी। कारों का स्थानीय तौर पर निर्माण करना तथा बिल्कुल नई टेक्नोलॉजी को उपयोग में लाने के साथ-साथ उसे स्वदेशी बनाने पर कंपनी का फोकस रहेगा। एमजी मोटर ने भारत में अगले 5 सालों में अपने पांच नए मॉडल लॉन्च करने की योजना बनाई है। इन वाहनों में ज्यादातर इलेक्ट्रिक वाहन होंगे।
5,000 करोड़ से अधिक का निवेश करेगी कंपनी
इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कंपनी 5,000 करोड़ रूपये से अधिक का निवेश करेगी। एमजी मोटर इंडिया के सीईओ राजीव चाबा ने बताया कि हमने वर्ष 2028 तक के लिए एक स्पष्ट रोडमैप बनाया है। सरकार की मेक इन इंडिया पहल के साथ जुड़ते हुए हमने स्थानीयकरण को मजबूत करने पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है। कंपनी ने गुजरात में अपनी दूसरी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके बाद संयुक्त रूप से कंपनी की उत्पादन क्षमता एक लाख 20 हजार से बढ़कर सालाना 3 लाख वाहन हो जाएगी। कंपनी की योजना अगले 5 साल में 5,000 करोड़ रूपये से अधिक का निवेश करने तथा 2028 तक प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से कर्मचारियों की संख्या 20,000 तक पहुंचाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि भारत के एक बड़े मैन्युफैक्चरिंग हब बनने के मिशन में अपना योगदान देने के इरादे पर एमजी मोटर अटल है। कंपनी ने ‘एमजी नर्चर प्रोग्राम’ के तहत एक लाख छात्रों को ईवी, एडस और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी के बारे में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य भी रखा है।
Created On :   10 May 2023 8:13 PM IST