New Delhi News: खड़गे ने कहा - लोकतंत्र और संविधान के लिए मोदी सरकार खतरा, देश में अघोषित आपातकाल

- मोदी सरकार ने चुनाव आयोग को बनाया कठपुतली
- संबित पात्रा ने खड़गे पर किया पलटवार
New Delhi News. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने केंद्र सरकार को लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा करार दिया, तो वहीं केंद्रीय चुनाव आयोग, न्याय व्यवस्था, मीडिया की आजादी को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल है । मोदी सरकार न संविधान की इज्जत करती है और न संसद की। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि संविधान की रक्षा करने वाली देश की जनता और कांग्रेस पार्टी है, न कि वे लोग जो बाबा साहेब के बनाए संविधान को जलाने का काम करते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस पूरे देश में पिछले 1 साल से संविधान बचाओ आंदोलन चला रही है। इससे बीजेपी घबरा गई है। मोदी सरकार अपनी सारी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए रोज नए कार्यक्रम और नारे देती है। ये सरकार विफल विदेश नीति, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, आर्थिक बदहाल, गरीब और अमीर की बढ़ती खाई, चंद उद्योगपतियों को नाजायज फायदा पहुंचाए जाने और बढ़ती सांप्रदायिकता जैसे मसलों से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है।
मोदी सरकार ने चुनाव आयोग को बनाया कठपुतली
खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने चुनाव आयोग को अपनी कठपुतली बना दिया है। उसकी साख और विश्वसनीयता चौपट हो चुकी है और वह किसी भी चुनाव का कार्यक्रम भाजपा की सुविधा के हिसाब से तय होता है। आयोग विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं देता है । लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली की बात आंकड़ों के साथ कह रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग मानने को तैयार नहीं है।
संघीय ढांचे को किया कमजोर
कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर देश के संघीय ढांचे को कमजोर करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्य के लिए एक कानून और विपक्षी राज्यों के लिए दूसरा कानून अपनाया जाता है। यहां तक की आपदा की स्थिति में विपक्षी राज्यों को भी केंद्र सरकार खुलकर मदद नहीं करती। खड़गे ने आरोप लगाया कि राज्यपालों का मुख्य काम विपक्षी सरकारों को गिराना रहा है। गोवा, मणिपुर, बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और महाराष्ट्र में क्या हुआ देश देख चुका है।
खड़गे उड़ा रहे लोकतंत्र का उपहासः भाजपा, खड़गे ने कहा था-आपातकाल 50 साल पुरानी बात
भाजपा ने ‘संविधान हत्या दिवस’ पर हो रही चर्चा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के सवाल उठाए जाने को लोकतंत्र का उपहास करार दिया है। सत्तारूढ़ दल ने कहा कि आज से 50 साल पहले आज के दी दिन आपातकाल के रूप में देश के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला हुआ था। यह उस काले अध्याय का पचासवां वर्ष है, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार और कांग्रेस ने देश पर आपातकाल थोपा था।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा यह कहना की आपातकाल की बात तो 50 साल पुरानी हो गई, अब इसे क्यों याद किया जा रहा है, यह आपातकाल पर कसा गया तंज लोकतंत्र का उपहास है। उन्होंने कहा कि इतिहास को कभी भुलाया नहीं जाना चाहिए, ताकि लोकतांत्रिक देश में ऐसी गलतियां दोबारा न दोहराई जाएं। इसी भावना के साथ भाजपा आज के दिन को पूरे देश में ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में स्मरण कर रही है। उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे हों या कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश इन सभी को आपातकाल की पीड़ा का अहसास नहीं है। कांग्रेस को यह पता नहीं है कि आपातकाल के दौरान एक आम हिंदुस्तानी ने कैसी-कैसी यातनाएं सही थीं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जैसी विभूतियों के चित्रों के सामने पांव रखने वाली पार्टियों से समर्थन लेती है, उनसे संविधान का पाठ सुनना भी एक विडंबना है। इंडिया गठबंधन वाले पहले आपस में तय कर लें कि आपातकाल पर उनकी सोच क्या है, उसके बाद भाजपा पर सवाल खड़ा करें।
Created On :   25 Jun 2025 8:03 PM IST