CBSE एग्जाम पैटर्न में बदलाव: साल में दो बार होगा 10वीं क्लास का एग्जाम, दूसरे चरण की परीक्षा में ये छात्र होंगे शामिल

- एक साल में दो बार होगी 10वीं की परीक्षा
- परीक्षार्थी होंगे तनावमुक्त
- गलतियों से सीखकर करेंगे सुधार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक बोर्ड (CBSE) ने 10वीं क्लास के परीक्षा पैर्टन में बदलाव किया है। अब छात्र साल में दो बार परीक्षा दे सकता है। इसके जरिए बच्चों पर एग्जाम का दबाव कम होगा। इससे उनके प्रदर्शन में भी बदलाव देखने को मिलेगा। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज के मुताबिक, एक साल में छात्र को दो बार परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। अगर परिक्षार्थी का पहले चरण में अच्छे मार्क्स नहीं आते है तो वह दूसरे चरण की परीक्षा में शामिल होकर अपने अंकों में बढ़ोत्तरी कर सकता है।
CBSE का नया नियम
संयम भारद्वाज के मुताबिक, अब 10वीं की बोर्ड परीक्षा एक साल में दो बार आयोजित की जाएगी। जिसका पहला चरण फरवरी में होगा, जबकि दूसरे चरण की परीक्षा मई में होगी। हालांकि, पहले चरण की खास बात यह है कि छात्रा की उपस्थिति होना अनिवार्य है। वहीं, अगर कोई विद्यार्थी पहली परीक्षा में आए अंकों संतुष्ट नहीं है तो दूसरी एग्जाम में शामिल हो सकता है।
CBSE ने क्यों लिया यह फैसला
सीबीएसई ने यह निर्णय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) की सीफारिशों के आधार पर लिया है। इसका मकसद परीक्षार्थी को लचीला और तनावमुक्त बनाना है, ताकि वह अपनी गलतियों से सीखकर नया सुधार कर सकें। बोर्ड का मानना है कि एक बार परीक्षा से किसी विद्यार्थी की प्रतिभा का आकलन नहीं किया जा सकता है।
Created On :   25 Jun 2025 6:14 PM IST