दिल्ली ब्लास्ट जांच में बड़ा खुलासा: खुफिया एजेंसियों को मिले कई चौंकाने वाले सबूत, 5 लाख में AK-47 खरीदी,डीप फ्रीजर में रखी विस्फोटक सामग्री

खुफिया एजेंसियों को मिले कई चौंकाने वाले सबूत, 5 लाख में AK-47 खरीदी,डीप फ्रीजर में रखी विस्फोटक सामग्री
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि मॉड्यूल कई स्थानों पर विस्फोटक सामग्री जमा कर एक साथ कई हमलों की प्लानिंग कर रहा था। अब तक बरामद सामग्री और डिजिटल साक्ष्यों से यही संकेत मिल रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार धमाके की जांच कर ही खुफिया सुरक्षा एजेंसियों को कई चौंकाने वाले सबूत मिले है। जांच एजेंसी ने कई बड़े खुलासे किए, न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि जांच में सामने आया है कि आतंकी मॉड्यूल द्वारा 5 लाख रुपये से अधिक कीमत में एके-47 राइफल की खरीद और बारूद सामग्री को रखने के लिए डीप फ्रीजर का इस्तेमाल किया था। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि मॉड्यूल कई स्थानों पर विस्फोटक सामग्री जमा कर एक साथ कई हमलों की प्लानिंग कर रहा था। अब तक बरामद सामग्री और डिजिटल साक्ष्यों से यही संकेत मिल रहे हैं।

डॉ. उमर बम बनाने के वीडियो, मैनुअल और ओपन-सोर्स कंटेंट ऑनलाइन देख रहा था। उसने बम बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाला रसायन नूंह समेत कई स्थानों से खरीदा, जबकि इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स भागीरथ पैलेस और फरीदाबाद के एनआईटी बाजार से एकत्रित किए। उमर ने विस्फोटक मिश्रण को स्टोर और प्रोसेस करने के लिए एक डीप फ्रीजर खरीदा था।

खबरों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी डॉ. मुझम्मिल ने फरीदाबाद से पकड़े जाने से पहले ढ़ाई हजार किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट इकट्ठा किया था। साथ ही पांच लाख से ज्यादा में एके-47 राइफल खरीदी थी। जांच एजेंसी ने इस हथियार को आरोपी अदील के लॉकर से बरामद किया गया।

व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल में शामिल प्रत्येक आरोपी का अलग-अलग हैंडलर से संपर्क था। डॉ. मुजम्मिल का हैंडलर अलग था, जबकि ब्लास्ट के आरोपी डॉ. उमर किसी दूसरे हैंडलर को पल पल की रिपोर्ट कर रहा था। दो खास हैंडलर, मंसूर और हाशिम के नाम भी सामने आये हैं, जो एक सीनियर हैंडलर के नीचे काम कर रहा था, जो मॉड्यूल की सारी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए था।

Created On :   22 Nov 2025 2:33 PM IST

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