New Delhi News: उदासी और मायूसी के आगोश में है लाल किला, चप्पे-चप्पे पर है सुरक्षा एजेंसियों का पहरा

- कर्तव्य भवन में जारी रहा बैठकों का सिलसिला
- सीआरपीएफ के कंधों पर है लाल किले की सुरक्षा का जिम्मा
New Delhi News. अजीत पाठक. लाल किला और उसके आसपास का इलाका आम दिनों की तरह गुलजार रहने की बजाय मंगलवार को शांत और सुनसान रहा। गाड़ियों, पर्यटकों और आम जनता की भीड़ की वजह से काफी व्यस्त रहने वाले इस इलाके में चारों और मायूसी और उदासी पसरी नजर आई। दुकानों के शटर गिरे हुए थे। इक्का-दुक्का दुकानदार अपनी दुकान के पास निराशा का भाव लिए बैठे थे। सोमवार शाम धमाके की घटना के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे इलाके को अपने घेरे में ले लिया है। आसपास की दुकानें बंद रहीं और सुरक्षा एजेंसियों के गाड़ियों के सायरन की गूंज रह-रह कर इस इलाके की शांति को भंग कर रही थी।
लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के समीप जहां धमाका हुआ था, सुरक्षा एजेंसियों ने उसके आसपास के बड़े हिस्से को सफेद टेंट से ढक रखा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी, फोरेंसिक टीम और अन्य जांच एजेंसियों के अधिकारी शिद्दत के साथ जांच में जुटे नजर आए। घटनास्थल से तकरीबन आधा किलोमीटर के इलाके की बैरिकेडिंग की गई है, ताकि घटना स्थल के आसपास कोई न जा सके। मीडिया को भी बैरिकेडिंग वाले एरिया से काफी पहले ही रोक रखा गया था।
गुरुवार तक बंद रहेगा लाल किला
जांच कारणों से लाल किले को गुरुवार तक बंद कर दिया गया है। इस दौरान पर्यटकों के किले में जाने पर रोक लगा दी गई है। लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट भी मंगलवार को बंद रहे। इस स्टेशन से यात्रियों के प्रवेश और निकासी पर प्रतिबंध रहा।
सीआरपीएफ के कंधों पर है लाल किले की सुरक्षा का जिम्मा
लाल किले की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के हाथों में है। लाल किले के बाहरी परिसर की निगरानी दिल्ली पुलिस के जिम्मे है, लेकिन लाल किले के प्रवेश द्वार से लेकर उसके आंतरिक और चारों तरफ की ऊंची चहारदिवारी की सुरक्षा का दायित्व सीआईएसएफ के जवानों पर है। पहले लाल किले के अंदर सेना की कुछ टुकड़ियों का भी डेरा हुआ करता था, लेकिन अब उनके शिविर किले में नहीं हैं। उनको काफी समय पहले ही दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया है। वहीं, लाल किले के रखरखाव का जिम्मा डालमिया भारत समूह के पास है। सरकार की 'अडॉप्ट ए हेरिटेज' योजना के तहत 2018 में डालमिया भारत समूह को लाल किले के रखरखाव का दायित्व सौंपा गया था। हालांकि, लाल किले का संरक्षण मुख्य रूप से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पास ही है।
कर्तव्य भवन में जारी रहा बैठकों का सिलसिला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास से लेकर कर्तव्य भवन स्थित गृह मंत्रालय तक बैठकों का सिलसिला जारी रहा। मंगलवार को सुबह 11 बजे केंद्रीय गृह मंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के निदेशक, दिल्ली पुलिस आयुक्त, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक समेत केंद्रीय गृह मंत्रालय के आला अधिकारी शामिल रहे। बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने इस मामले की आगे की जांच एनआईए को सौंपने का निर्णय लिया। इसके बाद गृह मंत्रालय के आला अधिकारियों और जांच एजेंसियों के बीच अलग-अलग कई बैठकें हुईं।
Created On :   11 Nov 2025 7:48 PM IST












