पटना बैठक में नीतीश बनेंगे विपक्षी मोर्चा के संयोजक!, लालू के साथ राहुल -पवार का भी है सद्भाव

पटना बैठक में नीतीश बनेंगे विपक्षी मोर्चा के संयोजक!, लालू के साथ राहुल -पवार का भी है सद्भाव
सूत्रों की मानें तो पटना में होने वाली विपक्षी नेताओं की बैठक में विपक्ष का एक मोर्चा आकार लेगा और इसी बैठक में नीतीश कुमार को मोर्चे का संयोजक बनाने का प्रस्ताव भी आएगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, अजीत कुमार। भाजपा के विरूद्ध विपक्षी एकजुटता की कवायद तेज हो गई है। हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अलग-अलग राज्यों में प्रवास करके जिस तेजी से विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं को साधा है, उसके बाद भाजपा विरोधी ताकतों को वैकल्पिक मोर्चा बनने की उम्मीद बढ़ गई है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि विपक्षी मोर्चा का नेता कौन होगा? इसे लेकर फिलहाल हर तरफ खामोशी है। लेकिन विपक्षी मोर्चा के संभावित संयोजक को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है।

दरअसल विपक्षी एकता की खातिर नीतीश जिस गंभीरता से जुटे हैं, उसमें वे संयोजक पद के प्रबल दावेदार बनकर उभरे हैं। जानकारी के मुताबिक कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद पटना में होने वाली बैठक की तिथि तय होगी। जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार के नाम पर भले ही मतभिन्नता हो, लेकिन मोर्चे के संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार के नाम पर किसी को आपत्ति नहीं है। ऐसे में यह संभव है कि पटना की बैठक में राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव संयोजक पद के लिए नीतीश के नाम का प्रस्ताव करें और बैठक में शामिल विपक्षी दलों के नेता इसका समर्थन करें। संयोजक के रूप में नीतीश कुमार समान विचारधारा वाले दलों को एक मंच पर लाने और 2024 के आम चुनाव में सीटों का तालमेल कराने में अहम भूमिका निभाएंगे।

लालू यादव का मिल रहा पूरा साथ

नीतीश कुमार के लिए संयोजक पद की राह आसान होने की कुछ अहम वजहें हैं। दरअसल कभी क्षेत्रीय दलों को भाजपा का विकल्प नहीं मानने वाली कांग्रेस पार्टी ने ही अघोषित रूप से नीतीश कुमार को विपक्ष को एकजुट करने का जिम्मा दिया है। नीतीश ने पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलने के बाद ही ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, उद्धव ठाकरे, शरद पवार अखिलेश यादव, नवीन पटनायक, हेमंत सोरेन, सीताराम येचुरी और डी राजा से मुलाकात की है। लालू यादव इसलिए नीतीश को संयोजक बनाना चाहते हैं, क्योंकि नीतीश जितनी जल्दी राष्ट्रीय राजनीति में आएंगे, उतनी जल्दी उनके बेटे व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलेगा। जदयू के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी कहते हैं कि नीतीश में सभी दलों के साथ समन्वय करने की पूरी क्षमता है। सूत्र बताते हैं कि राकांपा सुप्रीमों शरद पवार भी नीतीश के ताजा प्रयासों से संतुष्ट हैं। बता दें कि इसके पहले इसी पार्टी के जार्ज फर्नांडिस और शरद यादव राजग के संयोजक रह चुके हैं।

Created On :   12 May 2023 8:14 PM IST

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