विवि के दीक्षांत समारोह में बोले डॉ.सहस्त्रबुद्धे- शिक्षा से अन्य क्षेत्रों को जोड़ना जरुरी

104th convocation ceremony of Nagpur University
विवि के दीक्षांत समारोह में बोले डॉ.सहस्त्रबुद्धे- शिक्षा से अन्य क्षेत्रों को जोड़ना जरुरी
विवि के दीक्षांत समारोह में बोले डॉ.सहस्त्रबुद्धे- शिक्षा से अन्य क्षेत्रों को जोड़ना जरुरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अखिल भारतीय तंत्र शिक्षा परिषद अध्यक्ष डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि  भारत की 50 प्रतिशत आबादी 25 वर्ष की आयु के नीचे है। शिक्षा के प्रचार-प्रसार से शिक्षा की दर तो बढ़ी है । साथ ही बेरोजगारों की भी संख्या बढ़ी है और यह हमारे देश की मुख्य समस्या है। इसके समाधान के लिए शिक्षा और अन्य क्षेत्रों को आपस में गठजोड़ करना होगा। तब ही युवाओं के लिए सपनों का आसमान खुलेगा।  राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के 104वें दीक्षांत समारोह में उन्होंने व्यक्त किए। कार्यक्रम रविवार को शहर के रेशिमबाग स्थित भट सभागृह में आयोजित किया गया। डाॅ. सहस्त्रबुद्धे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लिए कुछ सुझाव दिए हैं। 
शिक्षा प्रणाली में इसे मिले बढ़ावा
सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि मौजूदा पाठ्यक्रम में नियमित सुधार जरूरी है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान ही कार्यानुभव मिलना चाहिए। इसके लिए उद्योग जगत और शिक्षा संस्थानों का आपस में करार करने होंगे। समय-समय पर संवाद, सलाह से पाठ्यक्रम को बेहतर बनाना होगा। सीएसआर के तहत उद्योज जगत को शिक्षा क्षेत्र के विकास में योगदान देना चाहिए। विश्वविद्यालयों को रिसर्च के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए नित नए अवसर उपलब्ध कराने होंगे। इसी तरह अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से करार के तहत टीचर-स्टूडेंट एक्सचेंज, शिक्षकों के विकास और विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करानी होगी। साथ ही पूर्व छात्रों की सलाह को भी समय-समय पर अमल में लाने की जरूरत है।  

इनकी रही उपस्थिति : कार्यक्रम अध्यक्ष कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थ विनायक काणे ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखी। प्र-कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले और परीक्षा व मूल्यांकन मंडल डायरेक्टर डॉ. नीरज खटी, वित्त व लेखा अधिकारी डॉ. राजू हिवसे, अधिष्ठाता डॉ. विनायक देशपांडे, डॉ. श्रीकांत कोमावार, डॉ. हरजीत सिंह जुनेजा, डॉ. राजश्री वैष्णव, मैनेजमेंट काउंसिल सदस्य डा. मिलिंद बाराहाथे, उच्च शिक्षा सहसंचालक डॉ. अंजलि रहाटगांवकर मंच पर उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन कुलसचिव पूरणचंद्र मेश्राम ने किया। 

इनका रहा दबदबा
विश्वविद्यालय की ओर से 2 डी.लिट., 769 पीएचडी, 12 हजार 878 पोस्ट ग्रेजुएट और 43 हजार 610 ग्रेजुएट की डिग्रियां प्रदान की गईं। डॉ. मालती साखरे को पाली भाषा में, मराठी भाषा से डॉ. कादेरा तालीब शेख को भी डी.लिट. प्रदान की गई। इसी तरह 169 विद्यार्थियों को कुल 296 गोल्ड मेडल, 42 विद्यार्थियों को सिल्वर मेडल और 100 पुरस्कार प्रदान किए गए। जी.एच.रायसोनी लॉ स्कूल के छात्र साहिल श्याम देवानी को 20 मेडल व पुरस्कार प्रदान किए गए। इसी तरह, गोंदिया के धोटे बंधु विज्ञान महाविद्यालय की बीएससी की छात्रा निशा पिता देवानंद खोटले को 16 मेडल व गोल्ड मेडल और लॉ कॉलेज की तीन वर्षीय एलएलबी की छात्रा शीतल वासनिक को 14 मेडल और पुरस्कार प्रदान किए गए। 

Created On :   4 Dec 2017 10:50 AM IST

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