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सरकारी जमीन को अपना बताकर मंजूर करा लिया 115 करोड़ का कर्ज

डिजिटल डेस्क,नागपुर। मां उमिया सोसायटी के अध्यक्ष ने सरकारी जमीन को अपना बताकर 115 करोड़ रुपए का कर्ज मंजूर करा लिया। प्रकरण गंभीर होने के बावजूद अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जमीन गबन के ऐसे चार प्रकरण कलमना थाने में दर्ज हैं। जांच का हवाला देकर बरसों से इन मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। इससे पुलिस कार्रवाई भी संदेह के घेरे में आ गई है।
कुुछ इस तरह का है खेल
आरोपी मां उमिया औद्योगिक सहकारी सोसायटी के अध्यक्ष जीवराजभाई पटेल हैं। इन्होंने 14 सितंबर 2015 के पूर्व तरोडी बुजुर्ग ग्राम पंचायत की 1.64 हेक्टेयर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया और इसमें से 2312 वर्गमीटर जमीन पर सूतगिरणी का निर्माण कार्य शुरू किया। यही नहीं, निजी बैंक से 115 करोड़ रुपए का कर्ज भी इस कार्य के लिए मंजूर करा लिया। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि सूतगिरणी में जीवराजभाई पटेल का सीधा संबंध नहीं, लेकिन इसके लिए जमीन उपलब्ध कराने में उनकी लिप्तता है। सूतगिरणी शुरू करवाने के लिए पटेल कंपनी ने जिन 16 प्लॉटों को बैंक में िगरवी रखा, उसमें से करीब 6 प्लॉट सरकारी जमीन पर हैं और वह जमीन जीवराजभाई पटेल द्वारा ही अतिक्रमित की हुई है।
नोटिस से भी नहीं पड़ा फर्क
प्रकरण के उजागर होते ही ग्राम पंचायत स्तर पर जीवराजभाई पटेल को अतिक्रमण हटाने के लिए कानूनी तौर पर तीन बार नोटिस भेजे गए थे। मामला प्रशासन के आला अधिकारियों के भी नजर में लाया गया, बावजूद इसके जीवराजभाई के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने में प्रशासन को करीब तीन वर्ष का समय लगा। 16 दिसंबर को कलमना थाने में प्रकरण दर्ज हुआ है, लेकिन मामले में जीवराजभाई की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सरकारी विभाग के लोगों की मिलीभगत
जिस तरह से सरकारी जमीन का गबन हुआ, उसे देख सरकारी विभाग के भी कुछ लोगों की मिलीभगत की आशंका व्यक्त की जा रही है। यह बाते और है कि विभाग के वह चेहरे अभी तक उजागर नहीं हुए हैं। शनिवार को पुलिस ने ग्राम पंचायत से जुड़े कुछ लाेगों के बयान अवश्य दर्ज किए हैं। अन्य सरकारी अधिकारियों के भी बयान दर्ज किए जाने हैं।
कलमना में ही चार प्रकरण दर्ज
जीवराजभाई पटेल के खिलाफ करीब चार प्रकरण कलमना थाने में ही दर्ज हैं। इनमें से कुछ बरसों पुराने हैं। पटेल ने इसमें से कुछ मामलों को निरस्त करने के लिए अदालत की भी शरण ली है, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं आया है।
Created On :   24 Dec 2017 5:57 PM IST