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एमएससीई कमिश्नर के घर से बरामद 1.59 करोड़ की नकदी और डेढ़ किलो सोना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अनियमितता मामले में गिरफ्तार महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद (एमएससीई) के कमिश्नर तुकाराम सुपे के दोस्तों और रिश्तेदारों के पास छापेमारी के दौरान पुणे साइबर पुलिस ने 1.59 करोड़ रुपए नकद और करीब डेढ़ किलो वजन के गहने बरामद किए हैं। पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी। बता दें कि पुणे पुलिस ने शुक्रवार को मामले में भूमिका सामने आने के बाद सुपे और उनके सलाहकार अभिषेक सावरीकर को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद सुपे के घर की तलाशी के दौरान 88 लाख 49 हजार 980 रुपए नकद, पांच ग्राम सोने के शिक्के, साढ़े पांच लाख रुपए के सावधि जमा के कागजात मिले थे। छानबीन में पुलिस को पता चला कि सुपे ने अपने बेटे और साले की मदद से कुछ और ठिकानों पर घूस में मिली रकम छिपा रखी है। इसके बाद पुणे पुलिस सुपे से घर पहुंची और बेटे और साले से पूछताछ के आधार पर 1.59 करोड़ रुपए की रकम के साथ गहने भी बरामद किए। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग और म्हाडा के प्रश्नपत्र लीक होने की जांच के दौरान पुलिस को टीईटी की परीक्षा में अनियमितता की जानकारी मिली थी। पता चला था कि कुछ परीक्षार्थियों को परीक्षा पास कराई गई थी इसके लिए उनसे मोटी रकम ली गई थी।
सीबीआई करे भर्ती घोटाले की जांच-फडणवीस
पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, म्हाडा, पुलिस और टीईटी जैसे सभी भर्ती घोटाले एक श्रृंखला की कड़ी लगते हैं। ऐसे में सभी घोटाले की कड़ियां देखते हुए सीबीआई को इसकी जांच कराई जानी चाहिए। फडणवीस ने कहा कि सुपे के घर पहले 88 लाख और फिर 2 करोड़ रुपए नकद और सोना बरामद हुआ है। जीए सॉफ्टवेयर के संचालक डॉ प्रीतिश देशमुख के पास पुलिस को भर्ती परीक्षा के पहचान पत्र मिले हैं। ऐसे में सभी भर्ती घोटालों की श्रृंखला की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने भी मामले में राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वरदहस्त के बिना यह संभव नहीं है कि एक तरफ परीक्षा में गड़बड़ी की जाए और दूसरी तरफ करोड़ों रुपए की संपत्ति जमा कर ली जाए। पाटील ने कहा कि परीक्षा रद्द होने से छात्रा आत्महत्या कर रहे हैं और लुटेरे सत्ताधारियों के साथ मिलकर अपनी जेब भर रहे हैं। विधान परिषद में विरोधी पक्ष नेता प्रवीण दरेकर ने आरोप लगाया कि टीईटी परीक्षा घोटाले के तार मंत्रालय तक जुड़े हुए हैं। उन्होंने भी मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
Created On :   20 Dec 2021 8:09 PM IST