जिला परिषद और पंचायत समिति उपचुनाव के लिए 17 नामांकन दाखिल

17 nominations filed for Zilla Parishad and Panchayat Samiti by-elections
जिला परिषद और पंचायत समिति उपचुनाव के लिए 17 नामांकन दाखिल
जिला परिषद और पंचायत समिति उपचुनाव के लिए 17 नामांकन दाखिल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद, पंचायत समिति उपचुनाव की ग्रामीण क्षेत्र में सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव को स्थगन मिलने की संभावना धूमिल होने के बाद नामांकन भरने की गति में तेजी आई। शनिवार को जिले की कई तहसीलों में 17 नामांकन भरे गए। अब तक कुल 18 नामांकन भरे जा चुके हैं। हिंगना तहसील में सर्वाधिक 9 नामांकन भरे गए। जिप की 16 और पंस की 31 सीट के उपचुनाव होने जा रहे हैं।

जोखिम नहीं लेना चाहता कोई 

राज्य सरकार ने चुनाव आगे बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट से चुनाव को स्थगन मिलने की आस में पहले चार दिन किसी ने नामांकन नहीं भरा। 29 जून से नामांकन भरने की प्रक्रिया आरंभ हुई। 5 जुलाई अंतिम तिथि है। सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई 6 जुलाई तक टाल दी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के इंतजार में चुनाव से चूक जाने का कोई जोखिम उठाना नहीं चाहता। इसलिए नामांकन भरने को गति मिली है। शुक्रवार को कुही तहसील के राजोला जिप सर्कल के लिए पहला नामांकन भरा गया। शनिवार को जिप और पंचायत समिति के लिए 17 नामांकन भरे गए। 

नामांकन की स्थिति 

तहसील        जिप नामांकन         पंस नामांकन    कुल

नरखेड़           1                             0                  1
मौदा              1                            3                  4
कामठी           1                            0                  1
नागपुर ग्रा.      0                            2                  2
हिंगना            4                            5                  9
कुही               1                            0                  1
                     8                           10                18

उम्मीदवार को लेकर यहां स्थिति अब भी साफ नहीं

उपचुनाव में उम्मीदवार को लेकर शनिवार को भी स्थिति साफ नहीं हो पाई है। नामांकन पत्र दाखल कराने को कुछ घंटे ही शेष है। प्रमुख दलों में गठबंधन का निर्णय नहीं हो पाया है। लिहाजा इच्छुक उम्मीदवारों में बेचैनी है। बसपा, वंचित आघाड़ी की ओर से राजनीतिक प्रभाव दिखाने के दावे किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस व राकांपा में दस व 6 सीटों का फार्मूला लगभग तय है। इसके कारण शिवसेना को महाविकास आघाड़ी से दूर होना पड़ रहा है। कांग्रेस की ओर से पशुसंवर्धन मंत्री सुनील केदार, राकांपा की ओर से पूर्व मंत्री रमेश बंग, जिला अध्यक्ष बाबा गुजर, सतीश शिंदे की शनिवार को बैठक हुई। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजेंद्र मुलक ने स्थिति को देखते हुए कार्यकर्ताओं को चुनाव कार्य में लगा दिया है। कांग्रेस के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता आघाड़ी के विरोध में हैं। गठबंधन के तहत राकांपा को एक सीट भी नहीं देने काे कहा जा रहा है।  उधर राकांपा ने उमरेड विधानसभा क्षेत्र के राजोला सर्कल में दावा कायम रखा है। राकांपा नेताओं का दावा है कि रविवार की सुबह इस विषय पर सकारात्मक निर्णय लिया जा सकता है। कांग्रेस नेता दावा कर रहे हैं कि फार्मूला तय होने के कारण राकांपा को एक भी सीट देने की आवश्यकता नहीं है। भाजपा ने 5 सीटों पर दो पर्याय रखा है। प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर बावनकुले व जिलाध्यक्ष अरविंद गजभिये ने भाजपा उम्मीदवारों की सूची तैयार की है। प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व में वंचित बहुजन आघाड़ी ने कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी की है। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष संदीप ताजने ने भी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने को कहा है। बसपा के प्रदेश महासचिव नागोराव जयकर व जिला अध्यक्ष संदीप मेश्राम चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। रविवार दोपहर तक बसपा के बी फार्म दिए जाएंगे। 

Created On :   4 July 2021 3:37 PM IST

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