एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर 21.60 लाख की धोखाधड़ी

एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर 21.60 लाख की धोखाधड़ी
कारनामा एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर 21.60 लाख की धोखाधड़ी

डिजिटल डेस्क, नागपुर. पुणे के एक गिरोह ने नागपुर के प्रोफेसर की बेटी को एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने के नाम पर 21 लाख 60 हजार रुपए की चपत लगा दी। प्रोफेसर दंपति को आरोपियों ने पुणे में बुलाकर एक आलीशान कार्यालय में बातचीत की। प्रोफेसर दंपति उनके झांसे में आकर सारी रकम दे डाली, जब बेटी के साथ जलगांव के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन कराने पहुंचे, तब आरोपियों की करतूत का भंडाफोड़ हुआ।  पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोपियों के नाम हेमंत पाटील, पारस शर्मा, चंद्रशेखर देशमुख  और  राजेन्द्र कुशवाह पुणे निवासी है। इन आरोपियों के खिलाफ पुणे में भी ठगी का एक मामला येरवडा थाने में दर्ज किया गया है। यह आरोपी अपने गिरोह के साथ वैद्यकीय कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं। इसके पहले नागपुर के सीताबर्डी और धंतोली थाने में भी वैद्यकीय कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर ठगी के मामले दर्ज हो चुके हैं।  फिलहाल आरोपियों नेे मोबाइल फोन नंबर बंद कर दिया है।  

मैसेज आने पर पुणे गए थे : आरोपियों के इस गिरोह ने पेशे से प्रोफेसर राजेश लांजेवार (51)  प्लाॅट नंबर 79 अभय नगर रिंग रोड, नागपुर निवासी के मोबाइल पर 28 जनवरी 2022 से 8 अप्रैल 2022 के दरमियान एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने का मैसेज भेजा। वे अपनी बेटी को एमबीबीएस में प्रवेश दिलाना चाहते थे। इसलिए उस मैसेज को सच मानकर राजेश लांजेवार ने उस मैसेज में दिए गए नंबर पर संपर्क किया। राजेश लांजेवार की आरोपी हेमंत पाटील, पारस शर्मा, चंद्रशेखर देशमुख और राजेंद्र कुशवाह के साथ बातचीत हो गई। बातचीत के बाद लांजेवार दंपति अपनी बेटी को लेकर पुणे आरोपियों से मिलने गए, तब आरोपियों ने उन्हें एक आलीशान कार्यालय में ले जाकर आगे की बातचीत की, जिससे लांजेवार दंपति को उन पर भरोसा हो गया। आरोपियों ने उन्हें नासिक या जलगांव में उनकी बेटी को एमबीबीएस में प्रवेश दिलाने का झांसा दिया।  

5 लाख एडवांस दिया 

लांजेवार दंपति को आरोपियों की बातों पर भरोसा हो गया। उन्होंने आरोपियों को उस समय करीब 5 लाख रुपए एडवांस दिया। पश्चात आरोपी नागपुर में लांजेवार के घर आए। इस दौरान लांजेवार दंपति ने उन्हें 6.60 लाख रुपए और 10 लाख रुपए दिए। करीब 21 लाख 60 हजार रुपए ऐंठने के बाद आरोपियों ने उन्हें अप्रैल माह में बेटी का जलगांव के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश हो जाने की जानकारी दी और उन्हें जलगांव में जाकर मुलाकात करने को कहा। जब लांजेवार दंपति अपनी बेटी के साथ जलगांव पहुंचे तब उन्हें पता चला कि उनकी बेटी का वहां पर कोई एडमिशन नहीं हुआ है। जब लांजेवार दंपति ने उक्त आरोपियों के उस नंबर पर फोन किया तो वह बंद था।  लांजेवार दंपति को समझ में आ गया कि आरोपियों ने उनके साथ ठगी की है। तब उन्होंने 8 अप्रैल 2022 काे अजनी थाने में शिकायत दर्ज कराई। अजनी के थानेदार दुर्गे सरीन ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उक्त आरोपियों पर ठगी का मामला दर्ज किया। जांच जारी है।

Created On :   10 April 2022 3:00 PM IST

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