ढाई लाख डिफाल्टरों ने नहीं भरा टैक्स, 274 करोड़ रुपए बाकी

ढाई लाख डिफाल्टरों ने नहीं भरा टैक्स, 274 करोड़ रुपए बाकी
ढाई लाख डिफाल्टरों ने नहीं भरा टैक्स, 274 करोड़ रुपए बाकी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में ऐसे कई डिफाल्टर हैं, जिन्होंने वर्षों से प्रापर्टी टैक्स जमा नहीं किया है। ऐसे डिफाल्टरों पर 274 करोड़ रुपए टैक्स बकाया है। देखा जाए तो मनपा की आय का मुख्य स्रोत प्रापर्टी टैक्स है, लेकिन पूरी तरह वसूली नहीं हो पाने के कारण मनपा साल भर इससे जूझती रहती है। शहर में करीब-करीब ढाई लाख ऐसे संपत्तिधारक हैं, जिन्होंने अपना टैक्स नहीं भरा। ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। इस बार ऐसे लोगों की प्रापर्टी भी नीलाम करने की तैयारी दिखाई पड़ रही है। बुधवार को ही 50 हजार रुपए संपत्ति कर न भरने पर टीवी की जब्त की कार्रवाई की गई है। चूंकि अब जोन स्तर पर कार्रवाई होने लगी है, इससे मनपा मुख्यालय को भी मामले की पूरी जानकारी नहीं रहती है। प्रापर्टी टैक्स डिफाल्टरों की सूची में मिहान सहित विमानतल की जगह, वीएनआईटी शामिल है।

जल्द गिरेगी गाज
मनपा ने डिफाल्टरों की सूची तैयार कर ली है, ऐसे मामले जो विवादित नहीं है उन पर जल्द ही गाज गिरने वाली है। खुले भूखंडों को लेकर मनपा ने कार्रवाई तेज कर दी है और कई सारे भूखंडों की नीलामी भी हो चुकी है। स्वच्छता सर्वेक्षण खत्म होने के बाद संपत्ति कर विभाग के अलावा मनपा के अन्य विभाग भी इसमें शामिल होने वाले हैं। इसके लिए सभी जोन से आवश्यक स्टॉफ की सूची मांगी जाएगी, जिसके आधार पर उनको स्टॉफ उपलब्ध करवाया जाएगा।

मिहान और वीएनआईटी भी सूची में
मिहान का कुछ हिस्सा मनपा के अंतर्गत आता है इसमें विमानतल का एरिया भी शामिल है। मिहान के कुल 42 इंडेक्स हैं, जिन पर करीब 11 करोड़ रुपए बकाया है। मिहान ने विशेष प्रकल्प होने का हवाला देकर संपत्ति कर माफ करने की मांग की है, इस पर मनपा ने सरकार की अनुमति मांगी है जो फिलहाल कागजी कार्रवाई में अटका हुआ है। वहीं दूसरी ओर वीएनआईटी है, जिससे पहले संपत्ति कर वसूल नहीं किया जाता था। फिलहाल उस पर 12 करोड़ रुपए बकाया है। वीएनआईटी शासकीय संस्थान को लेकर संपत्ति कर को माफ करवाने के लिए कई बार आवेदन कर चुके हैं, जिसको लेकर मामला लंबित पड़ा हुआ है।

Created On :   25 Jan 2019 12:51 PM IST

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