28 गांवों में जलसंकट, मंजूर 1064 बोरवेल का काम नहीं कर सका विभाग

28 villages are facing serious water problem, dept are neglecting the problem
28 गांवों में जलसंकट, मंजूर 1064 बोरवेल का काम नहीं कर सका विभाग
28 गांवों में जलसंकट, मंजूर 1064 बोरवेल का काम नहीं कर सका विभाग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले के 28 गांवों में भीषण जलसंकट की स्थिति बनी हुई है। 37 टैंकरों से जलापूर्ति कर लोगों की प्यास बुझाई जा रही है। दूसरी तरफ जलसंकट का स्थाई हल निकालने के लिए 1064 बोरवेल मंजूर होकर भी ग्रामीण जलापूर्ति विभाग इसे लगाने में नाकाम रहा है। पाइप खत्म होने के बाद भी नए पाइप खरीदी का अधिकारी को होश नहीं रहा। जिप की आमसभा में जलसंकट को लेकर सदस्यों ने आवाज उठाने पर पता चला 607 बोरवेल खोदे गए हैं। पाइप के अभाव में काम बंद है। सदस्यों ने आक्रामक भूमिका लेने पर ठेकेदार को पाइप सप्लाई का आदेश दिया गया। 3 सप्ताह बाद 800 पाइप की सप्लाई की गई है। 30 जून से पहले 457 बाेरवेल खोदने हैं।

इन गांवों में पानी की समस्या
हिंगना तहसील : इसासनी, खापा निपानी, वलनी, डेग्मा खुर्द, तांडा दाभा, कवडस, गौग्लाला, सीताखैरी, डिगडोह देवी, मोहगांव ढोले, गोठनगांव, गीदमगढ़, सुकली कलार, काजली, नीलडोह, दाताली, पिपलधरा, सातगांव, सातगांव-2, मांडवा, जूनेवाणी, सालई दाभा।
नागपुर तहसील : लाव्हा, खसरमारी, बेसा, बेलतरोड़ी, पिल्कापार, गोटाड़ पांजरी, सूराबर्डी, पिपला, बोखारा, गोधनी रेलवे, पिटेसूर, बोथली, बोरखेड़ी फाटक। कामठी तहसील : बीड़गाव, भिलगांव, मसाला।

टैंकरों से जलापूर्ति
मृग नक्षत्र शुरू हो गया, परंतु मौसम के दगा देने से जलसंकट क्षेत्र में टैंकरों से जलापूर्ति जारी है। जिले में सर्वाधिक जलसंकट हिंगना तहसील के 23 गांवों सहित नागपुर और कामठी तहसील के 28 गांवों में 37 टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है। जलसंकट का सामना कर रहे गांवों को कब राहत मिलेगी, इसका जवाब ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के पास नहीं है। जलापूर्ति के लfए निजी टैंकर किराए पर चलाए जा रहे हैं। टैंकर लॉबी को लाभ पहुंचाने के लिए बोरवेल मंजूर होकर भी जानबूझकर लापरवाही बरती जाने की आशंका जताई जा रही है।

3600 की जगह 800 पाइप की सप्लाई
बोरवेल के केसिंग पाइप की सप्लाई का ठेका डीएम ट्रेडर्स काे दिया गया था। इससे पहले 5885 पाइप सप्लाई किए गए। पिछले साल के बचे 1015 पाइप और ठेकेदार ने सप्लाई किए पाइप का उपयोग कर 607 बोरवेल के काम पूरे किए गए। ठेकेदार से 3600 पाइप आने बाकी थे, परंतु पुराने पाइप की रकम नहीं मिलने से ठेकेदार ने पाइप की सप्लाई नहीं की। नतीजा बोरवेल खुदाई का काम ठप हो गया। 457 बाेरवेल का काम अभी बाकी है। हाल ही में जल प्रबंधन की बैठक में पाइप सप्लाई नहीं करने पर पुलिस में शिकायत करने की चेतावनी देने पर 800 पाइप की सप्लाई की गई है। बारिश के कारण सड़कें खराब होने से जिस गांव में बोरवेल मशीन जा सकती है, उस गांव में बोरवेल के काम शुरू करने की जानकारी जिला परिषद अध्यक्ष निशा सावरकर ने दी है।

Created On :   18 Jun 2018 1:57 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story