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गांधीसागर तालाब में मिले तीन शव, दंपति ने की 42.62 लाख रुपए की धोखाधड़ी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गांधीसागर तालाब से 24 घंटे के अंदर तीन शव बरामद किए गए हैं, जिसमें एक महिला कैशियर की है और दो अन्य पुरुषों के हैं। इसमें एक शव की पहचान होना बाकी है, जबकि दूसरे शव की पहचान सुरेश वर्मा के रूप में की गई है। तीनों घटनाओं का आपस में कोई संबंध नहीं है। पुलिस ने इन घटनाओं को आकस्मिक मृत्यु के तौर पर दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार गोलीबार चौक निवासी प्रियंका राघोबाजी देवघरे (29) ने एमबीए तक शिक्षा हासिल की थी। वह गांधीबाग में एक गैर सरकारी बैंक में बतौर कैशियर थी। शुक्रवार की सुबह प्रियंका अपनी डयूटी पर घर से यह करकर निकली थी कि शाम को छुट्टी होने के बाद वह किसी सहेली से मिलने जाने वाली है। इस कारण घर लौटने में उसे देर होगी। जब शाम को बहुत देर बाद भी प्रियंका घर नहीं पहुंची, तो परिजनों ने उसे फोन किया, मगर फोन बंद था, जिससे परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की, मगर कुछ पता नहीं चला। इस बीच प्रियंका को ढूंढ़ते हुए परिजन शुक्रवारी तालाब के पास पहुंचे, तो उन्हें लोगोें की भीड़ दिखी। वहीं पर तालाब किनारे प्रियंका का दोपहिया वाहन भी रखा हुआ था। जब दमकल की मदद से पुलिस ने शव निकाला, तो वह प्रियंका का ही होने की पुष्टि हुई। शनिवार को कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रियंका का शव उसके परिजनों को सुपुर्द किया गया है। घटना का कारण ज्ञात नहीं हुआ है, मगर घटित प्रकरण को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। गांधीसागर तालाब से प्रियंका का शव मिलने के लगभग एक घंटे पहले शुक्रवार की रात ही एक पुरुष का शव बरामद किया गया। मृतक की पहचान सुरेश वर्मा (44) जाटतरोड़ी निवासी के रूप में की गई। वह निजी काम करता था और शराब का आदी था। सुरेश द्वारा भी आत्मघाती कदम उठाने का कारण ज्ञात नहीं हुआ है। शनिवार की सुबह भी 10 बजे तालाब में करीब 55 वर्षीय एक व्यक्ति का शव पाया गया है। उसकी पहचान होना बाकी है। एक ही स्थान पर घटी इन घटनाओं का आपस में कोई लेना-देना नहीं है। प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जांच जारी है।
दंपति ने की 42.62 लाख रुपए की धोखाधड़ी
उधर पांचपांवली थाने में शनिवार को एक दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। फर्जी दस्तावेजों की मदद से पत संस्था को 42 लाख 62 हजार 858 रुपए की चपत लगाई है। आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। तांडापेठ परिसर के विनकर कालोनी में बहुउदेशीय नागरिक सहकारी पतपेठी संस्था मर्यादित है। इस संस्था में आरोपी राजू पराते उपाध्यक्ष तथा उसकी पत्नी योगिता पराते संस्था में दैनिक वसूली का काम करती थी। संस्था में सचिव पद नहीं भरा गया था। इस कारण संस्था का पूर्ण लेन-देन तथा कारोबार राजू ही देखता था। 1 अप्रैल 2017 से 30 जून 2018 के बीच राजू और उसकी पत्नी ने अपने पद का दुरुपयोग किया। खाताधारकों द्वारा जमा की गई रकम में से आधी रकम ही संस्था के रिकार्ड में जमा दर्शाई गई। फर्जी नामों से संस्था में खाता खोलकर कर्ज बांटने का दर्शाया गया। फर्जी वाउचर और फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपए की रकम का लेन-देन किया गया। इस तरह पराते दंपति ने कुल 42 लाख 62 हजार 858 रुपए की धोखाधड़ी संस्था से की है। करीब एक वर्ष बाद संस्था के अध्यक्ष भास्कर पराते के ध्यान में राजू और योगिता की धांधली नजर आई। इस बारे में जब उनसे सवाल-जवाब किया गया, तो उन्होंने टालमटोल जवाब दिया। उनसे गबन की गई रकम वापस करने के लिए कहा गया था, लेकिन रकम वापस करने में भी आरोपी दंपति का टालमटोल रवैया रहा। इससे मामला थाने पहुंचा। जांच के दौरान धोखाधड़ी की पुष्टि होने से शनिवार को आरोपी दंपति के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। निरीक्षक अशोक मेश्राम ने आरोपी दंपति को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है। जांच जारी है।
1.41 करोड़ के मोबाइल व लैपटाॅप की हेराफेरी
बंगलुरु से मोबाइल व लैपटाप लेकर आने वाले दो ट्रक चालकों ने आपस में मिलकर करीब 1 करोड़ 41 लाख के माल का बीच रास्ते में गबन कर डाला। यह माल गोंडखैरी अमरावती रोड नागपुर गोदाम में उतारे जाने के बाद पता चला कि ट्रक के दोनों चालकों ने माल बेच डाला है। मोबाइल व कम्प्यूटर की वितरक कंपनी के सुरक्षा अधिकारी प्रदीप छविराज यादव की शिकायत पर कलमेश्वर पुलिस ने दोनों ट्रक चालकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों के नाम चंदन सिंह (46) और विजय रामचंद्र पाल (52) गुडगांव हरियाणा निवासी है। यह दोनों आरोपी नागपुर में ट्रक का माल उतारने के बाद दिल्ली के लिए कुछ माल लेकर रवाना हो गए। जब प्रदीप यादव ने गोदाम में उतारे गए और दिल्ली के लिए भेजे गए माल को मिलाकर गणना की तो पता चला कि आरोपियों ने करोड़ों रुपए के माल की हेराफेरी कर डाली थी। दोनों आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार कलमेश्वर थाने से करीब 15 किलोमीटर दूर गोंडखैरी अमरावती रोड पर दो सप्ताह पहले एक गोदाम में आरोपी ट्रक चालक चंदन सिंह और विजय पाल बंगलुरु की एक कंपनी से मोबाइल फोन और एक लैपटाप कंपनी का लैपटाप लेकर आए थे। इन दोनों आरोपियों ने ट्रक (एमएच-04-जेके-1136) में मोबाइल फोन के 701 बाॅक्स व डेल लैपटाॅप कंपनी के 82 बाॅक्स सहित 783 बाॅक्स बंगलुरु से लेकर नागपुर आए। आरोपी ट्रक चालकों ने 783 बाॅक्स में 125 बाॅक्स मोबाइल आैर 82 नग लैपटाॅप बीच रास्ते में बेच डाले। नागपुर में उक्त माल लाने के बाद वह बाकी का माल लेकर दिल्ली रवाना हो गए, जब प्रदीप यादव ने मोबाइल बॉक्स और लैपटाप की संख्या की गणना की तो मोबाइल के 125 बॉक्स और 82 लैपटाप कम हो गए। आरोपियों ने आर्थिक फायदे के लिए यह माल बेचकर कंपनी को करीब 1,41,96,044 रुपए का चूना लगा दिया। प्लाॅट न 2012 जी क्लस्टर 2 कांचनगंगा अपार्टमेंट, हिंगना निवासी प्रदीप यादव की शिकायत पर कलमेश्वर थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक राजीव कर्मलवार ने धोखाधडी का मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
Created On :   24 Nov 2019 4:46 PM IST